Lucknow News: AI की मदद से फर्जी IAS बनकर ठगी, पुलिस ने दर्ज किया मामला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दुरुपयोग कर ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया है। एक व्यक्ति ने AI की मदद से अपनी आवाज बदलकर खुद को फर्जी आईएएस अधिकारी बताया और भारतीय गौ सेवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी से तीन लाख रुपये मांग लिए। मामले की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश जारी है।

कैसे हुआ AI का इस्तेमाल?

मिली जानकारी के अनुसार, आलमबाग थाना क्षेत्र में रहने वाले देवेंद्र तिवारी को एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। ट्रू कॉलर पर 'IAS अधिकारी, सीएम कार्यालय लखनऊ' दिखने के कारण उन्होंने इसे असली समझा। कॉल करने वाले ने खुद को मुख्यमंत्री कार्यालय का अधिकारी बताया और कहा कि कैंसर पीड़ित व्यक्ति को इलाज के लिए रूस भेजना है, जिसके लिए तीन लाख रुपये की तत्काल जरूरत है।

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कॉल करने वाले ने यह दावा भी किया कि यह राशि एक वरिष्ठ अधिकारी के आदेश पर मांगी जा रही है और तुरंत भुगतान करना जरूरी है।

ठगी का खुलासा कैसे हुआ?

शुरुआत में देवेंद्र तिवारी को कॉल असली लगी, लेकिन जब उन्होंने आरोपी से कैश लेने के लिए घर आने को कहा, तो कोई भी नहीं पहुंचा। इससे उन्हें शक हुआ और उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

डीसीपी सेंट्रल जोन रवीना त्यागी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कॉल करने वाले नंबर को ट्रेस कर आरोपी की पहचान की जा रही है और जल्द ही उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

AI का दुरुपयोग, सावधानी जरूरी

यह मामला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए की गई ठगी का एक अनूठा उदाहरण है, जहां आवाज बदलकर फर्जीवाड़ा किया गया। इस घटना से यह साफ होता है कि तकनीक के बढ़ते दुरुपयोग को रोकने और सतर्क रहने की जरूरत है।

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