जूनियर डॉक्टर बने ‘अफसर’! नियमों की अनदेखी पर हंगामा, डिप्टी सीएम तक पहुंची शिकायत

लखनऊ: शहर में खुले 16 स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर तक नहीं है। डॉक्टर की जगह पैरामेडिकल स्टाफ मरीजों को दवा वितरण कर रहें। इससे मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सीएमओ कार्यालय में नियम को ताक पर रखकर जूनियर डॉक्टर की ताजपोशी करके अफसर बनाया गया है। इस मसले को लेकर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से शिकायत हुई है। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।

सीएमओ कार्यालय में लेवल 1 ग्रेड के डॉक्टर को सीएचसी से हटाकर कार्यालय में तैनाती कर दी गई है। इतना ही नहीं बिना पद सह नोडल का पद भी सृजित कर दिया गया है। जबकि सीएमओ कार्यालय में एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ के पद हैं। जूनियर डॉक्टर को कमरा, गाड़ी भी आवंटित की गई है। मामले की शिकायत उपमुख्यमंत्री से हुई है। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह का कहना है कि शिकायती पत्र में लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। उधर, अपर निदेशक लखनऊ मंडल कार्यालय के यहां भी दो शिकायत लंबित हैं। अपर निदेशक जांच अटकाएं हैं। दोनों शिकायत अवैध तरीके से तैनाती होने को लेकर हुई है। अपर निदेशक डॉ. जीपी गुप्ता के मुताबिक, मामले की जांच चल रही है। जांच पूरी करके रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

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