Banda News: ब्लॉक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का डीएम ने किया औचक निरीक्षण

कमासिन/बांदा। जिलाधिकारी बांदा जे.रीभा ने गुरुवार को खंड विकास अधिकारी कार्यालय कमासिन एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया।

खंड विकास कार्यालय का निरीक्षण

डीएम ने सबसे पहले खंड विकास कार्यालय का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने मनरेगा सेल, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास योजनाओं की जीओ टैगिंग, पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। खंड विकास अधिकारी से बातचीत में उन्होंने मॉडल ग्राम पंचायतों सहित अन्य पंचायतों में प्राप्त धनराशि से होने वाले कार्यों को समय पर पूरा कराने के निर्देश दिए।

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उन्होंने निर्माणाधीन आरआरसी सेंटरों को शीघ्र पूरा करने तथा गांवों में सोखता गड्ढा, हैंडपंप, तालाब, नाली, खड़ंजा और शौचालय निर्माण कार्यों को प्राथमिकता से पूरा कराने को कहा। मनरेगा योजना के तहत श्रमिकों को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराने और फैमिली आईडी से जुड़े कार्यों को सुचारू रूप से संपन्न कराने के निर्देश भी दिए।

डीएम ने राघवपुर और तिलौसा में निर्माणाधीन दो आंगनबाड़ी केंद्रों को डेढ़ माह में गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के आदेश दिए। उन्होंने एनआरएलएम (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) समूहों को लक्ष्य के अनुसार गठित कर बैंकों से क्रेडिट लिंकिंग करने तथा समन्वय स्थापित करने को कहा। सभागार में टूटे शीशों की मरम्मत कराने और पंचायत सहायकों के कार्यों की नियमित समीक्षा करने के भी निर्देश दिए। इस निरीक्षण के दौरान खंड विकास अधिकारी ओम प्रकाश द्विवेदी, एडीओ पंचायत समेत अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण

इसके बाद जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कमासिन का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के सभी डॉक्टरों और स्टाफ को निर्धारित ड्यूटी समय में उपस्थित रहने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान डीएम ने दवा वितरण कक्ष, पैथोलॉजी कक्ष, इमरजेंसी वार्ड, बाह्य रोग विभाग, पंजीकरण केंद्र और आयुष्मान केंद्र का निरीक्षण किया।

डीएम ने गर्भवती महिलाओं की ब्लड जांच का रिकॉर्ड चेक किया और एचआरपी (हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी) रजिस्टर की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी गर्भवती महिलाओं का एमएचसी (मातृ स्वास्थ्य कार्ड) बनाया जाए और उनकी पूरी रिपोर्ट रजिस्टर में अंकित की जाए। निरीक्षण के दौरान नर्स जया देवी और रंजीत गुप्ता अनुपस्थित पाए गए, जिस पर डीएम ने नाराजगी जताई।

उन्होंने आरबीएसके (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) टीमों को स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की नियमित जांच की रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। साथ ही, आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को अधिक से अधिक जागरूक करने और अस्पताल परिसर में साफ-सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए। डीएम ने आशा और एएनएम कार्यकर्ताओं को बच्चों के टीकाकरण एवं गर्भवती महिलाओं की जांच से जुड़े कार्यों की नियमित समीक्षा करने का आदेश दिया।

निरीक्षण के दौरान चिकित्सा अधिकारी, डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित रहे।

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