Karnataka News: कुंभ मेले की भगदड़ में बेलगावी के चार लोगों की मौत की आशंका

बेलगावी (कर्नाटक), 29 जनवरी: प्रयागराज महाकुंभ मेले में मची भगदड़ में बेलगावी की एक महिला और उसकी बेटी सहित चार लोगों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है।

कर्नाटक के मंत्री कृष्ण बायरे गौड़ा ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि राज्य के चार नागरिकों की इस भगदड़ में मौत हो सकती है। उन्होंने बताया कि कर्नाटक सरकार की आपदा प्रबंधन टीम उत्तर प्रदेश सरकार के संपर्क में है, लेकिन अभी तक यूपी प्रशासन से इस त्रासदी में हताहतों की संख्या को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है।

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सरकार ने भेजी विशेष टीम, हेल्पलाइन शुरू

गौड़ा ने कहा कि बेलगावी के उपायुक्त ने कुंभ मेले में शामिल हुए लोगों के परिवारों से संपर्क किया है, जिससे यह जानकारी मिली कि चार लोगों के मारे जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि बेलगावी जिले से 300 से अधिक लोग कुंभ मेले में शामिल हुए थे, जिनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष आईएएस अधिकारी और अतिरिक्त उपायुक्त को प्रयागराज भेजा गया है।

इसके अलावा, परिवारों को आवश्यक जानकारी देने के लिए एक हेल्पलाइन शुरू की गई है ताकि वे अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।

बेलगावी के विधायक ने की पुष्टि

बेलगाम उत्तर के कांग्रेस विधायक आसिफ सैत ने भी घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि भगदड़ में बेलगावी शहर के चार नागरिकों की मौत हो गई है। उन्होंने कहा,

"हम इस दुखद घटना से गहरे दुखी हैं। हम मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके परिवारों के साथ खड़े हैं।"

सैत ने राज्य सरकार से मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की अपील भी की।

मृतकों के शव लाने की प्रक्रिया शुरू

विधायक के अनुसार, बेलगावी के उपायुक्त मोहम्मद रोशन ने एक विशेष अधिकारी को प्रयागराज भेजने के निर्देश दिए हैं, जो शवों को वापस लाने की प्रक्रिया पूरी करेगा। उनके साथ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

मां-बेटी सहित चार लोगों की मौत की आशंका

परिवार के मुताबिक, बेलगावी के वडागांव की रहने वाली भाजपा कार्यकर्ता ज्योति हट्टरवाड़ (50) और उनकी बेटी मेघा हट्टरवाड़ (16) की भगदड़ में मौत हो गई। इनके अलावा, महादेवी भवनुर और अरुण नामक दो अन्य श्रद्धालु भी इस हादसे में मारे गए हो सकते हैं।

ज्योति और उनकी बेटी 26 जनवरी को एक निजी ट्रैवल एजेंसी के जरिए बस से प्रयागराज गई थीं। वे 13 सदस्यीय तीर्थयात्रा समूह का हिस्सा थीं।

परिवार के सदस्यों से संपर्क टूटा

ज्योति के भाई, गुरुराज हुद्दार ने बताया कि घायल अवस्था में उन्हें प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन चिकित्सीय प्रयासों के बावजूद उनकी मौत हो गई।

परिवार के अन्य सदस्य मंगलवार सुबह से ही उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा था।

ज्योति के पति ने बताया कि तीर्थयात्रा समूह में शामिल एक व्यक्ति, चिदंबर पाटिल, ने उन्हें फोन करके जानकारी दी कि भगदड़ में उनकी पत्नी और बेटी की मौत हो गई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने जताई संवेदना

मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम क्षेत्र में उमड़ी भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई घायल हो गए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार इस त्रासदी में प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता करेगी।

जांच और राहत कार्य जारी

प्रयागराज प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं, जबकि कर्नाटक सरकार ने भी अपने नागरिकों की स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। स्थानीय प्रशासन लापता लोगों की तलाश और राहत कार्यों में जुटा हुआ है।

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