Lakhimpur Kheri News: महिला पर हमला करने वाली बाघिन को ग्रामीणों ने पीट-पीटकर मार डाला

लखीमपुर खीरी: कोतवाली पलिया क्षेत्र के फुलवरिया गांव में बुधवार तड़के एक बाघिन ने महिला पर हमला कर दिया। महिला की चीख-पुकार सुनकर परिवार और ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। शोरगुल सुनकर ग्रामीण लाठी-डंडों के साथ मौके पर पहुंचे और बाघिन को पीट-पीटकर मार डाला। घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वन विभाग और दुधवा नेशनल पार्क के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बाघ के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

घर के बाहर निकली महिला पर बाघिन ने किया हमला

फुलवरिया गांव निवासी रतनलाल की पत्नी बुधवार तड़के करीब 3 बजे किसी काम से घर के बाहर निकली थीं। घर के बाहर घात लगाकर बैठी बाघिन ने अचानक हमला कर दिया और उसे घसीटकर ले जाने लगी। महिला की चीखें सुनकर परिवार और ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर दौड़े।

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शोर सुनते ही बाघिन ने महिला को छोड़ दिया और भागने लगी, लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने उसे घेरकर पीट-पीटकर मार डाला। ग्रामीणों के आक्रोश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने बाघिन के सिर को भी कुचल डाला। बाघिन का शव कई घंटे गांव में पड़ा रहा।

गंभीर हालत में महिला जिला अस्पताल रेफर

इधर, परिजनों ने घायल महिला को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

वन विभाग से उलझे ग्रामीण, पुलिस बुलानी पड़ी

घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग और दुधवा नेशनल पार्क के अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने उन्हें बाघिन के शव के पास जाने तक नहीं दिया। स्थिति बिगड़ते देख वन विभाग को पुलिस बुलानी पड़ी। करीब दो घंटे तक चले हंगामे के बाद पुलिस की मौजूदगी में वन विभाग ने शव को कब्जे में लिया।

ग्रामीणों ने पहले ही दी थी सूचना, पर नहीं हुई कार्रवाई

ग्रामीणों ने बताया कि बाघिन कई दिनों से गांव और आसपास के इलाकों में घूम रही थी, जिसकी जानकारी वन विभाग को दी गई थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

  • मंगलवार को दिन में बाघिन ने बसंतापुर गांव में गन्ना छील रहे मजदूर आशाराम पर हमला कर उसे घायल कर दिया था।
  • शाम को पलिया कोतवाली के पास रोड क्रॉस करते हुए भी बाघिन देखी गई थी।

ग्रामीणों का कहना है कि अगर वन विभाग ने समय रहते कार्रवाई की होती, तो यह घटना टाली जा सकती थी।

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