- Hindi News
- उत्तर प्रदेश
- गोरखपुर
- डबल मर्डर का खुलासा: गर्लफ्रेंड के पिता का कर्ज चुकाने के चक्कर में युवक ने की दोहरी हत्या
डबल मर्डर का खुलासा: गर्लफ्रेंड के पिता का कर्ज चुकाने के चक्कर में युवक ने की दोहरी हत्या
Gorkhpur News : जिस दोहरे हत्याकांड ने गोरखपुर के घोषीपुरवा इलाके को दहला कर रख दिया था, उसकी गुत्थी पुलिस ने ऐसे खोली है कि हर कोई सन्न है। मां-बेटी की नृशंस हत्या किसी बाहरी हमलावर ने नहीं, बल्कि परिवार के ही बेहद करीबी युवक ने की थी। आरोपी युवक का नाम रितेश है, जो पीड़ित के घर अक्सर आता-जाता था।
इन्हीं हालातों ने उसे अपराध की तरफ धकेल दिया। उसके खर्च करने के तरीकों से पुलिस को शक हुआ और जांच की सुई उसी की ओर घूम गई। इस ब्लाइंड डबल मर्डर केस को सुलझाने के लिए पुलिस ने करीब 800 CCTV कैमरों के फुटेज खंगाले। इसके साथ ही 200 से ज्यादा मोबाइल नंबरों का एनालिसिस किया गया और इलाके के कई लोगों से पूछताछ हुई। आखिरकार आरोपी के फोन लोकेशन, फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन और संदिग्ध व्यवहार से उसकी भूमिका साफ हो गई। पूछताछ के दौरान रितेश ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर पिघला हुआ सोना, लूटा गया कैश, हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा और मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली गई है।
मां-बेटी को पिलाई शराब
वारदात की रात आरोपी रजत शराब की बोतल लेकर विमला के घर पहुंचा और मां-बेटी को शराब पिलाई। फिर अचानक विमला के सिर पर हथौड़े से ताबड़तोड़ वार करने लगा। विमला चीखती रही, लेकिन आरोपी तब तक वार करता रहा, जब तक उसकी आवाज हमेशा के लिए खामोश नहीं हो गई। शोर सुनकर जब शांति देवी जागीं, तो अपनी पहचान छिपाने के लिए रजत ने उन्हें भी उसी हथौड़े से मौत के घाट उतार दिया। ऐसा बताया जा रहा है कि दोनों की हत्या के बाद आरोपी घर से करीब साढ़े चार लाख रुपये नकद और सोने के गहने लेकर फरार हो गया। जांच में सामने आया कि रजत आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। ऑनलाइन लोन, उधारी और गर्लफ्रेंड के खर्चों ने उसे इस हद तक पहुंचा दिया था।
कैसे हुआ खुलासा?
लूट के पैसों से रजत ने डेढ़ लाख रुपये गर्लफ्रेंड के पिता का कर्ज चुकाया। पचास हजार रुपये अपने पिता को दिए और डेढ़ लाख का मोबाइल फोन खरीदा था। इन असामान्य खर्चों ने पुलिस का शक गहरा दिया। शाहपुर थाना, क्राइम ब्रांच, सर्विलांस टीम, एंटी थेफ्ट सेल और डॉग स्क्वॉड लगातार जांच में जुटे रहे। करीब 800 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। 200 से ज्यादा मोबाइल नंबरों की जांच हुई और 11 दिन बाद एक कैमरे में रजत की तस्वीर मिल गई।
