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वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण आज वाराणसी में, आईआईटी बीएचयू के स्टूडेंट काउंसिल सविर्सेज कार्यक्रम में लिया हिस्सा

वाराणसी। भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वाराणसी में हैं। IIT-BHU में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के लिए स्टूडेंट काउंसिल सविर्सेज कार्यक्रम में हिस्सा ले रही हैं। स्वतंत्रता भवन सभागार में हो रहे इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में रोज 20 भाषाओं में, 900 टेली काउंसलर, 3000 छात्रों को मेंटल हेल्थ एडवाइज देते हैं।
लाखों साल में भारतीय सभ्यता का विकास हुआ। भारत के परिप्रेक्ष्य में मेंटल वेलनेस काफी जरूरी मुद्दा है। वित्त मंत्री ने कहा कि मेंटल स्ट्रेस हो या कोई और स्ट्रेस, इसके पीछे कई वजह होती हैं। प्रतिस्पर्धा सबसे बड़ी वजह है। इसलिए हेल्दी प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। दूसरा है पब्लिक ओपिनियन। अच्छे अंक या कम अंक आने पर आपके सगे संबंधी या मित्र कैसी प्रतिक्रिया देते हैं, यह काफी जरूरी है। निगेटिव प्रतिक्रिया स्टूडेंट के मेंटल स्ट्रेस के पीछे सबसे बड़ी वजह है। वित्त मंत्री मेंटल हेल्थ पर छात्रों और प्रोफेसरों से बातचीत करने के बाद शाम 5 बजे तक वह वापस नई दिल्ली लौट जाएंगी। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
इसी को लेकर आज IIT BHU में एक बड़े कॉन्फ्रेंस की शुरुआत हुई। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आईआईटी के द्वारा आयोजित स्टूडेंट काउंसलिंग कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की इस प्रतिस्पर्धात्मक युग में बच्चों को अपने भविष्य के साथ-साथ अपने देश के लिए भी कुछ करना है लेकिन इसके लिए उनको तनाव से भी बचाना है क्योंकि आज के इस भौतिक युग में प्रौद्योगिकी के साथ-साथ छात्र तनाव भी ले रहे हैं इस समस्या से निजात पानी की जिम्मेदारी भी छात्रों की ही है इसलिए वह अपने कार्य और अपनी जिंदगी में एक बेहतर संतुलन बनाकर चलें जिससे कि वह कम से कम तनाव में रह सके।
छात्रों को स्वस्थ प्रति स्पर्धा करनी चाहिए लेकिन यह अंधी दौड़ नहीं होनी चाहिए इसके साथ ही साथ उनका अपने आसपास के माहौल में जो तनाव मिलता है उसके बीच भी उनका संतुलन बनाने की आवश्यकता है भारत सरकार ने इस वर्ष के बजट में 1200 करोड रुपए मानसिक स्वास्थ्य के लिए ही आवंटित किए हैं जिसका लाभ मिल रहा है। इसके अलावा आयुष्मान भारत में भी मानसिक रोगियों के इलाज की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम में बीएचयू आईआईटी के निदेशक पीके जैन सहित काफी संख्या में छात्र-छात्र उपस्थित रहे।
डेढ़ महीने में दूसरी काशी ट्रिप
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 27 अगस्त को वाराणसी आईं थीं। उन्होंने बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ के दरबार और मां अन्नपूर्णा का विधि-विधान से दर्शन-पूजन किया था। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के अर्चकों ने विधि-विधान से षोडशोपचार पूजन और अभिषेक कराया। अन्नपूर्णा मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद उन्होंने महंत शंकर पुरी से मुलाकात की थी। इसके साथ ही कांची कामकोटि पीठ में शंकराचार्य शंकर विजयेंद्र सरस्वती से भी आशीर्वाद लेने पहुंची थीं।