मिलावटी शराब के खिलाफ सारे दावे हो रहे फेल, 

उन्नाव। जनपद में वर्तमान समय में शराब भले ही हर वर्ग की चाहत में कही न कही कुछ प्रवेश कर रही हो लेकिन इसके गंभीर परिणाम आने वाले समय में देखने को मिल सकते है। आज समाज में मिलावटी व जहरीली शराब कही न कही मोटा मुनाफा कमाने का एक जरिया मात्र बनी है। इसके परिणाम अक्सर भयावह देखने को मिलते है। यह मिलावटी शराब शरीर को धीरे-धीरे नुकसान पहुचाकर एक दिन दीमक की तरह पूर्ण रुप से समाप्त कर देती है। 
 
शराब जैसी लत युवा वर्ग में इस कदर हावी होती जा रही है कि इसके लिए व्यक्ति पैसों को जुटाने में सब कुछ बेंच डालता है। इतना ही नही पति अपनी पत्नी से इसके लिए झगडा व मारपीट तक कर डालते है। समाज में इसे एक कुरीति के तौर पर आज भी महसूस किया जाता है। समाज के कुछ हद तक शिक्षित समाज के लोगो में शराब को वह स्थान आज भी नही मिल पाया आधुनिकता भले ही कितनी आगे जा चुकी हो।
 
बता दें कि शहर से जुडे ग्रामीणांचल व कटरी के गावों में अवैध शराब की भट्ठियां मुफीद स्थानों पर धधक रही है। ग्राम लंगडापुर, फत्तेपुर, रौतापुर, सरोसी में इन दिनों यह कारोबार कुटीर उद्योग की तरह संचालित हो रहा है। गांव में ऐसी चर्चाएं आम है इससे कही न कही युवा पीढी को भविष्य निर्माण के बजाय इसका लती होकर गिरावट का अहसास करना पड रहा है।
 
कटरी इलाकों में शराब माफिया इस लिए मिलावटी शराब का निर्माण करते है क्यों कि यहां से गंगा पारकर शराब को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने का काम किया जाता है। जानकार बताते है कि छोटी नाव के माध्यम से अवैध शराब को पार करते है। आगे का नेटवर्क इसे विभिन्न स्थानों पर पहुंचाने का काम करता है। इसे रोकने में स्थानीय विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कही न कही नाकाम साबित होते है।   
 
क्या बोले सिटी इंस्पेक्टर आबकारी-
मामले में जब सिटी इंस्पेक्टर आबकारी विभाग भवानी सिंह से बात की गयी तो उन्होने बताया कि उनके द्वारा कार्यवाही की जा रही है।   

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