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संयुक्त निदेशक सहित चार अधिकारी निलंबित सीएम योगी के निर्देश पर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की कार्रवाई
लखनऊ: आजमगढ़ में मदरसा शिक्षक को विदेश में रहते हुए भी अनियमित रूप से वेतन पेंशन और अन्य भुगतानों का लाभ दिए जाने का मामला सामने आने के बाद योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक समेत चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इन पर सरकारी धन की हानि पहुंचाने दस्तावेजों में अनियमितता करने और पद के दुरुपयोग के गंभीर आरोप हैं।
वर्ष 2022 में एडीएम प्रशासन आजमगढ़ ने शमशुल खान के खिलाफ 16 लाख 59 हजार रुपये की रिकवरी का आदेश दिया था जिसे उसने हाईकोर्ट में चुनौती दी। कोर्ट ने रिकवरी आदेश निरस्त करते हुए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को तीन सदस्यीय जांच समिति बनाने का निर्देश दिया। इस समिति में अपर जिलाधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक और मंडलीय उप निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण शामिल थे।
समिति की जांच में सामने आया कि शमशुल खान नौकरी के दौरान कई विदेशी यात्राएं कर चुका था। वह ऑस्ट्रेलिया ब्रिटेन सिंगापुर श्रीलंका खाड़ी देशों और अनेक बार पाकिस्तान भी गया था। यात्राओं की प्रकृति संदिग्ध पाए जाने के कारण उच्च स्तरीय जांच एजेंसी से जांच कराने की भी संस्तुति की गई। एटीएस वाराणसी इकाई ने भी उसकी यात्राओं की पड़ताल की है।
समिति ने शमशुल को दिए गए अनियमित भुगतान की पूरी रिकवरी और इससे जुड़े अधिकारियों पर कड़ी विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की। सरकार ने निलंबन आदेश जारी करते हुए कहा कि सरकारी धन के दुरुपयोग और अवैध लाभ किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
बरेली में तैनात लालमन भी निलंबित
शासन ने जिन अधिकारियों को निलंबित किया है उनमें अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक शेष नाथ पांडेय तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक अधिकारी आजमगढ़ अब गाजियाबाद में तैनात साहित्य निकष सिंह तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आजमगढ़ अब अमेठी में तैनात प्रभात कुमार और तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आजमगढ़ अब बरेली में तैनात लालमन शामिल हैं
