Kanpur News: ब्लैक आउट से निकली राहत की सांस, भूखे-प्यासे कानपुर के कारोबारी परिवार ने पठानकोट में किया चाय-नाश्ता

कानपुर: जम्मू में ब्लैक आउट के बीच फंसे कानपुर के कारोबारी रितेश अग्रवाल और उनके परिवार ने शुक्रवार को किसी तरह वहां से निकलकर राहत की सांस ली। दो दिनों से बिना भोजन और पानी के गुजर कर रहे परिवार ने जब पठानकोट स्टेशन पहुंचकर चाय-नाश्ता किया, तो जैसे जान में जान आई। इसके बाद उन्होंने अपने बड़े भाई मुकेश अग्रवाल को फोन कर सकुशल होने की जानकारी दी।

नवाबगंज के विष्णुपुरी निवासी रितेश अग्रवाल का स्टेशनरी का व्यवसाय है और उनका प्रतिष्ठान चौक में स्थित है। उनके बड़े भाई मुकेश अग्रवाल चौक व्यापार मंडल के अध्यक्ष हैं। रितेश अपनी पत्नी चारू और दोनों बेटों कान्हा व कुश के साथ 6 मई को वैष्णो देवी माता के दर्शन के लिए गए थे।

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रितेश ने बताया कि गुरुवार को लौटते समय अचानक यात्रा मार्ग में संपूर्ण बिजली व्यवस्था ठप हो गई। अंधेरे में घोड़े-खच्चर से कई श्रद्धालु गिरकर घायल हो गए। किसी तरह वे कटरा पहुंचे और फिर वहां से जम्मू रेलवे स्टेशन पहुंचे।

शुक्रवार दोपहर 3:15 बजे ट्रेन रवाना हुई, तब जाकर उन्हें कुछ राहत मिली। शाम 5 बजे पठानकोट पहुंचकर उन्होंने परिजनों संग चाय-नाश्ता किया।

रितेश के अनुसार, जम्मू से लेकर पठानकोट और अन्य स्टेशनों तक जबरदस्त भीड़ है। लोग हर हाल में जम्मू छोड़कर घर लौटना चाहते हैं। हालात इतने खराब हैं कि यात्रियों ने टीटी से कहा, “सीट नहीं चाहिए, बाथरूम के पास खड़े होकर सफर कर लेंगे, बस जाने दो।”

वह बताते हैं कि दुकानें बंद हैं, खाने-पीने का सामान नहीं मिल रहा। शाम होते ही घना अंधेरा छा जाता है, जिससे यात्रियों को और परेशानी हो रही है।

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