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बलिया: राधाकृष्ण अकादमी में 'ज्ञानकुंभ' प्रदर्शनी, छात्रों की रचनात्मकता और नवाचार का अनूठा प्रदर्शन

बलिया। संवरूबांध (अखार) स्थित राधाकृष्ण अकादमी में आयोजित ‘ज्ञानकुंभ’ प्रदर्शनी अपनी भव्यता और प्रेरणादायक प्रस्तुतियों के लिए सराही गई। इस आयोजन में छात्रों की असाधारण प्रतिभा और नवाचार देखने को मिला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनय कुमार सिंह (उप निबंधक, बलिया) और विशिष्ट अतिथि अरुण प्रकाश तिवारी (प्रबंधक, मनस्थली एजुकेशन सेंटर, रेवती, बलिया) रहे। अतिथियों का स्वागत अकादमी के मुख्य प्रबंध निदेशक आदित्य मिश्र और निदेशक अद्वित मिश्र ने किया।

विज्ञान, कला और भूगोल में छात्रों ने दिखाया कौशल
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि द्वारा फीता काटने की रस्म के साथ हुई। इसके बाद उपस्थित अतिथियों और अभिभावकों ने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत विज्ञान, भूगोल, कला सहित विभिन्न विषयों पर आधारित अद्भुत मॉडलों और परियोजनाओं का अवलोकन किया। राधाकृष्ण अकादमी की दोनों शाखाओं के छात्रों ने अपनी रचनात्मकता, शोध क्षमता और तार्किक सोच का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। छात्रों की प्रस्तुतियों ने उनकी गहरी समझ और नवाचार की भावना को उजागर किया, जिससे सभी प्रभावित हुए।
नवाचार और एसटीईएएम शिक्षा को बढ़ावा
मुख्य अतिथि विनय कुमार सिंह ने छात्रों की बौद्धिक क्षमताओं और रचनात्मकता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी सिर्फ एक शैक्षणिक प्रयास नहीं, बल्कि नवाचार और उत्कृष्टता का उत्सव है। उन्होंने एसटीईएएम (STEAM) शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राधाकृष्ण अकादमी के प्रयासों की सराहना की और इसे छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए महत्वपूर्ण पहल बताया।
विद्यालय प्रशासन और शिक्षकों का सहयोग
इस अवसर पर विद्यालय की अध्यक्षा श्रीमती अनीता मिश्रा, मुख्य शाखा के उप-प्रधानाचार्य जीवेश पांडेय, सिटी शाखा की उप-प्रधानाचार्या श्रीमती अर्चना चौबे, परीक्षा नियंत्रक अमित गुप्ता और वरिष्ठ समन्वयक रोहित श्रीवास्तव सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे। सभी ने छात्रों की मेहनत और समर्पण की सराहना की तथा उनके अभिभावकों को निरंतर सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया।
भविष्य के लिए प्रेरणास्रोत बना आयोजन
राधाकृष्ण अकादमी का यह आयोजन न केवल छात्रों के शैक्षणिक विकास को प्रोत्साहित करता है, बल्कि उनकी रचनात्मकता, आत्मविश्वास और नवाचार को भी सशक्त करता है। यह भव्य प्रदर्शनी शिक्षा के क्षेत्र में नई मिसाल बनी और निश्चित रूप से भविष्य में भी प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।