अयोध्या पर हमले की साजिश नाकाम, फरीदाबाद से पकड़ा गया संदिग्ध अब्दुल रहमान

लखनऊ। फरीदाबाद से गिरफ्तार संदिग्ध अब्दुल रहमान को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI अयोध्या के राम मंदिर पर हमला कराने की साजिश रच रही थी, जिसमें अब्दुल रहमान की अहम भूमिका थी।

अब्दुल रहमान अयोध्या के मिल्कीपुर में "शंकर" नाम से रह रहा था। उसकी निशानदेही पर जांच एजेंसियों ने दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए हैं।

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ISI के संपर्क में था संदिग्ध आतंकी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब्दुल रहमान सीधे ISI के संपर्क में था। सेंट्रल एजेंसियों के इनपुट्स के आधार पर गुजरात ATS और फरीदाबाद STF ने उसे रविवार को गिरफ्तार किया।

अब्दुल रहमान कई कट्टरपंथी जमातों से जुड़ा हुआ था। वह फैजाबाद में मटन की दुकान चलाता था और ऑटो चालक के रूप में भी काम करता था।

राम मंदिर पर हमला करने की थी साजिश

राम मंदिर के निर्माण के बाद से अयोध्या आतंकियों के निशाने पर है। अब्दुल रहमान हैंड ग्रेनेड से राम मंदिर पर हमला कर बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की योजना बना रहा था। इसके लिए उसने कई बार मंदिर की रेकी की और महत्वपूर्ण जानकारी ISI को भेजी।

कैसे हुआ आतंकी का भंडाफोड़

अब्दुल रहमान फैजाबाद से ट्रेन के जरिए फरीदाबाद पहुंचा था, जहां उसे एक हैंडलर से हैंड ग्रेनेड मिले। उसे यह विस्फोटक लेकर वापस अयोध्या लौटना था और हमले को अंजाम देना था।

हालांकि, सेंट्रल एजेंसियों के इनपुट्स के आधार पर गुजरात ATS और फरीदाबाद STF ने समय रहते उसे गिरफ्तार कर लिया और ISI की इस बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया।

जांच एजेंसियां अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से पड़ताल कर रही हैं, ताकि किसी भी संभावित खतरे को रोका जा सके।

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