‘अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर में सबसे अधिक फर्जी वोट…’ SIR में देरी पर मुख्यमंत्री ने जताई नाराजगी

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अलीगढ़ में एसआईआर (वृहद मतदाता पुनरीक्षण) की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी जताते हुए साफ कहा कि प्रदेश में सबसे अधिक फर्जी वोट अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर जिलों में मिले हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि जिन जिलों में मतदाता सूची में गंभीर अनियमितताएं दिख रही हैं, वहां विशेष सतर्कता बरती जाए और अंतिम समय सीमा नजदीक होने के कारण किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मुख्यमंत्री की यह बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई, जहां उन्होंने मंडलभर के भाजपा नेताओं और प्रमुख पदाधिकारियों के साथ रणनीतिक चर्चा की। खास बात यह रही कि बैठक पूरी तरह संगठन के लिए रखी गई थी और इसमें किसी भी सरकारी अधिकारी को शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि मतदाता सूची के शुद्धिकरण का काम केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक पारदर्शिता की बुनियाद है। इसलिए संगठन के हर स्तर पर इस अभियान को गंभीरता से लेने की जरूरत है।

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योगी ने कार्यकर्ताओं को आगाह किया कि विपक्षी दल खामोशी के साथ मतदाता सूची के कार्य में पूरी ताकत से लगे हुए हैं। ऐसे में भाजपा कार्यकर्ताओं को भी शत-प्रतिशत क्षमता के साथ बूथ स्तर पर सक्रिय रहना होगा। उन्होंने कहा कि शादी–विवाह जैसे व्यक्तिगत कार्यक्रम हों, तब भी एसआईआर का काम नहीं रुकना चाहिए। मुख्यमंत्री विशेष रूप से अलीगढ़ शहर और कोल विधानसभा क्षेत्रों में देरी को लेकर नाराज दिखे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि दोनों क्षेत्रों में बोगस वोटों की संख्या अधिक होने के कारण विशेष निगरानी जरूरत है।

एसआईआर मंडलीय कार्यक्रम प्रभारी और पूर्व विधायक रामप्रताप सिंह चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री ने एसआईआर की धीमी रफ्तार का संज्ञान लेते हुए ‘समय से कार्य पूर्ण’ पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि अब केवल चार दिन शेष हैं, इसलिए हर टीम को दैनिक लक्ष्य तय कर काम करना चाहिए।

बैठक समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री छेरत पहुंचे, जहां उन्होंने पूर्व मंत्री और बरौली विधायक ठाकुर जयवीर सिंह के पुत्र के तिलक समारोह में शामिल होकर उन्हें आशीर्वाद दिया। इसके बाद वे छेरत से ही कोटद्वार के लिए उड़ान भर गए।

टोली बनाकर काम करें, अवांछित नाम हटाएं : योगी

मुख्यमंत्री ने अलीगढ़ मंडल के अलीगढ़, हाथरस, एटा और कासगंज जिले के विधायकों और वरिष्ठ पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि एसआईआर के शेष दिनों में टीम आधारित कार्य योजना बनाई जाए। उन्होंने कहा कि मृत व्यक्तियों और बाहरी लोगों के नाम को सूची से हटाना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने बूथ स्तर पर ‘सघन सत्यापन अभियान’ चलाने को कहा।

चर्चा में रहा एएमयू परिसर में उतरा योगी का हेलीकॉप्टर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वेलिंगडन क्रिकेट पवेलियन में उतरा। शहर में इस बात की खूब चर्चा रही कि हाल ही में जहां स्ट्रीट लाइटों से मुख्यमंत्री की तस्वीरें हटाए जाने पर विवाद हुआ था, वहीं उसी परिसर में मुख्यमंत्री का आगमन हुआ। विश्वविद्यालय क्षेत्र में विद्यार्थियों की मांगों को लेकर आंदोलन की पृष्ठभूमि में छात्र नेता मोहम्मद मोहसिन मेवाती को पुलिस ने पहले ही नजरबंद कर लिया था। कलेक्ट्रेट में मुख्यमंत्री के पहुंचते ही ‘जय श्री राम’ के नारे लगाकर जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया।

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