झारखंड के नए राज्यपाल संतोष गंगवार का बरेली से है खास रिश्ता, मोदी सरकार में रह चुके हैं मंत्री, जानिए राजनीतिक सफर

लखनऊ/बरेली। संतोष कुमार गंगवार को झारखंड के नया राज्यपाल बनाया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संतोष गंगवार को झारखंड का नया राज्यपाल नियुक्त है। संतोष गंगवार मौजूदा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन की जगह लेंगे। सीपी राधाकृष्णन को महाराष्ट्र का गवर्नर नियुक्त किया गया है ।

जानिए कौन हैं संतोष कुमार गंगवार?

संतोष कुमार गंगवार को बरेली के लोग विकास पुरुष कहते हैं। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से बरेली संसदीय सीट से 8 बार सासंद रह चुके हैं। उन्होंने अपना पहला लोकसभा चुनाव वर्ष 1981 में बरेली संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर लड़ा, जिसमे उनकी पराजय हुई। इतना ही नहीं 1984 के आम चुनावों में भी उनको हार का सामना करना पड़ा। लेकिन उसके बाद उन्होंने जो रफ़्तार पकड़ी फिर उन्हें कोई नहीं पकड़ पाया। 

यह भी पढ़े - Ballia News: दिनदहाड़े शिक्षक-शिक्षिका से लूट, विरोध पर शिक्षक को गोली मारकर मौत के घाट उतारा

संतोष गंगवार उत्तर प्रदेश के बरेली संसदीय सीट से 1989 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। हालांकि 2009 के चुनाव में उन्हे कांग्रेस के प्रवीण सिंह आरोन ने 9 हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया था। मगर 2014 के चुनाव में उन्होंने एक बार फिर जबरदस्त वापसी करते हुए जीत हासिल की । 2019 में भी वे जीत गए ।

मोदी सरकार में रह चुके हैं मंत्री

संतोष गंगवार यूपी भाजपा इकाई के कार्य समिति के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने 13वीं लोकसभा में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी सरकार में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री के साथ-साथ संसदीय कार्य राज्य मंत्री का पदभार भी संभाला है। इसके अलावा वो विज्ञान एवं तकनीकी राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। मोदी सरकार में भी टेक्सटाइ और वित्त राज्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

संतोष गंगवार का जन्म और शिक्षा

संतोष गंगवार का जन्म उत्तर प्रदेश के बरेली में 1 नवम्बर 1948 को हुआ था। उनकी उच्च शिक्षा आगरा विश्वविद्यालय और रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय से उन्होंने अपनी बीएससी और एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। इस दौरान वह छात्र राजनीति से जुड़े रहे, इंदिरा गांधी की ओर से लगाई गई इमरजेंसी के दौरान तो उनको जेल तक जाना पड़ा था

खबरें और भी हैं

Latest News

आस्था और इंजीनियरिंग का संगम: उमिया धाम में अदाणी सीमेंट ने रचा सबसे बड़े राफ्ट फाउंडेशन का विश्व रिकॉर्ड आस्था और इंजीनियरिंग का संगम: उमिया धाम में अदाणी सीमेंट ने रचा सबसे बड़े राफ्ट फाउंडेशन का विश्व रिकॉर्ड
अदाणी कंक्रीट ने 54 घंटों में मेगा राफ्ट पोर सफलतापूर्वक पूरा किया और धार्मिक संरचना के लिए सबसे बड़े राफ्ट...
पूरे देश में हुए अध्ययन से यह साबित होता है कि चिलरन फुल, केवल 90 दिनों में बच्चों का तेज़ी से विकास करता है
मऊ के फ़त्तहपुर सीएचसी पर अवैध वसूली के आरोप, पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने दी आंदोलन की चेतावनी
UP IPS Transfer: यूपी में 16 आईपीएस अधिकारियों का तबादला, 10 जिलों के कप्तान बदले
Varanasi News: पीड़ित दरोगा की पत्नी बोलीं- हमें न्याय चाहिए, अंतरात्मा को गहरी चोट लगी है
Copyright (c) Parakh Khabar All Rights Reserved.