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Jaunpur News: बीएसए के औचक निरीक्षण में शिक्षा व्यवस्था की पोल खुली, तीन प्रधानाध्यापक निलंबित, कई शिक्षकों का वेतन रोका
जौनपुर। बरसठी ब्लॉक की शिक्षा व्यवस्था की स्थिति उस समय उजागर हो गई जब बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) डॉ. गोरखनाथ पटेल ने क्षेत्र के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में बच्चों की कम उपस्थिति, मध्यान्ह भोजन में लापरवाही, कम्पोजिट फंड के दुरुपयोग, शिक्षकों की गैरहाजिरी और विद्यालयों की सफाई में भारी अनियमितताएं पाई गईं। इसके चलते तीन प्रधानाध्यापकों को निलंबित कर दिया गया, जबकि कई शिक्षकों व शिक्षामित्रों का वेतन व मानदेय रोक दिया गया।
कई जरूरी दस्तावेज, जैसे शिक्षक डायरी, पाठ योजना आदि नदारद मिले। टैबलेट का भी विभागीय निर्देशों के अनुसार उपयोग नहीं हो रहा था। इन सभी खामियों के चलते प्रभारी प्रधानाध्यापक राजेश यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया और अन्य सभी शिक्षकों का वेतन व मानदेय रोका गया।
इसी तरह, प्राथमिक विद्यालय तिवारीपुर में शिक्षामित्र ऊषा यादव अनुपस्थित पाई गईं, उनका मानदेय रोक दिया गया। 63 छात्रों में केवल 20 छात्र उपस्थित थे, लेकिन मध्यान्ह भोजन पंजिका में 30 छात्रों का खाना दिखाया गया। प्रधानाध्यापक कम्पोजिट फंड की 25,000 रुपये की धनराशि का विवरण नहीं दे पाए। टैबलेट भी घर पर रखा गया था।
उच्च प्राथमिक विद्यालय भैसहाँ में 92 छात्रों में से 60 ही उपस्थित थे, जबकि भोजन पंजिका में 80 छात्रों का नाम दर्ज था। प्रधानाध्यापक फंड का हिसाब नहीं दे पाए और सहयोग के अभाव में ब्लॉक संसाधन केंद्र के सहायक लेखाकार पंकज दूबे की शिकायत की गई, जिनके खिलाफ विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
इसी प्रकार, प्राथमिक विद्यालय टकटैयों, उच्च प्राथमिक विद्यालय टकटैयां और मानिकपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रेमचंद पाल व विनय कुमार सिंह का भी वेतन रोका गया है।
प्राथमिक विद्यालय सरायवैद्य के निरीक्षण में बिना कनेक्शन के बिजली बिल आने की शिकायत मिली, जिस पर बीएसए ने विद्युत विभाग से समन्वय कर विद्यालय को विधिवत कनेक्शन देने के निर्देश दिए।
बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल ने साफ शब्दों में कहा कि निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को गंभीरता से लें, बच्चों की उपस्थिति बढ़ाएं और विद्यालय की गुणवत्ता सुधारें। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और औचक निरीक्षण आगे भी जारी रहेंगे।
