बलिया में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर शिक्षकों-कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

बलिया। नई पेंशन स्कीम (एनपीएस) और यूनिफाइड पेंशन सिस्टम (यूपीएस) के खिलाफ शुक्रवार को जिले भर के हजारों शिक्षकों और कर्मचारियों ने सड़कों पर उतरकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह रोष मार्च अटेवा पेंशन बचाओ मंच के बैनर तले जिला संयोजक समीर कुमार पाण्डेय और महामंत्री राकेश कुमार मौर्य के नेतृत्व में निकाला गया।

प्रदर्शनकारियों ने पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली, नई पेंशन प्रणाली को खत्म करने और स्कूलों के एकीकरण (मर्जर) के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। यह प्रदर्शन अटेवा के केंद्रीय नेतृत्व विजय कुमार बंधु के आह्वान पर पूरे देश के जिला मुख्यालयों पर आयोजित किया गया।

यह भी पढ़े - Varanasi News: मुठभेड़ में तितली गैंग का सरगना गिरफ्तार, पैर में लगी गोली

बलिया में यह मार्च विकास भवन से शुरू होकर कुँवर सिंह चौराहा और टीडी कॉलेज होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा, जहां नारेबाजी से पूरा परिसर गूंज उठा।

प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। कार्यक्रम में अटेवा के कई प्रमुख पदाधिकारी शामिल रहे, जिनमें जिला महिला संरक्षक चित्रलेखा सिंह, जिला कोषाध्यक्ष संजय पाण्डेय, जिला प्रवक्ता विनय राय, जिला संगठन मंत्री मलय पांडेय, और मीडिया प्रभारी पंकज कुमार सिंह सहित संजीव कुमार सिंह की अहम भूमिका रही।

प्रदर्शन में अन्य संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए, जिनमें

राजेश पाण्डेय (अध्यक्ष, राज्य कर्मचारी महासंघ)

अविनाश उपाध्याय (महामंत्री, जिला श्रमिक समन्वयक समिति)

सत्येंद्र सिंह (अध्यक्ष, पशुपालन विभाग)

डॉ. सुशील तिवारी (अध्यक्ष, विकास भवन संघ)

चंद्रशेखर यादव (अध्यक्ष, यूपी पंचायती राज सफाई कर्मचारी संघ)

इसके अलावा प्रशांत सिंह, अजय सिंह, ज्ञान प्रकाश, शशिकांत तिवारी, मुकेश सिंह, राजेश तिवारी, श्याम नारायण सिंह, धनंजय चौबे, योगेन्द्र नाथ पांडे, प्रमोद सिंह, रंजय कुमार, लाल साहब यादव, किरण भारती, रंजना पांडेय, मंदाकिनी द्विवेदी, और कविता सिंह समेत सैकड़ों शिक्षक और कर्मचारी मौजूद रहे।

शिक्षकों-कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल नहीं की गई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

खबरें और भी हैं

Copyright (c) Parakh Khabar All Rights Reserved.