Ballia News : बलिया का यह सरकारी स्कूल बना प्रेरणा का केंद्र, बेसिक शिक्षा विभाग ने किया सम्मानित

बलिया। जहां एक ओर प्रदेशभर के बेसिक स्कूलों की पेयरिंग व्यवस्था को लेकर असमंजस और अफरातफरी का माहौल है, वहीं बलिया जिले का कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय, सिकंदरपुर उम्मीद की नई रौशनी बनकर उभरा है। नवानगर ब्लॉक स्थित यह विद्यालय परिषदीय शिक्षा की बुलंदियों को लगातार छूता जा रहा है और अब यह राज्य के सर्वश्रेष्ठ सरकारी स्कूलों की सूची में शुमार हो गया है।

बेसिक शिक्षा विभाग ने इस स्कूल की कामयाबी को "संकल्प से सिद्धि की ओर..." जैसे संदेश के साथ अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किया है। विभागीय पोस्ट में विद्यालय की शानदार व्यवस्था और उपलब्धियों की खुलकर सराहना की गई है।

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आधुनिक सुविधाओं से लैस विद्यालय

1264 छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा यह विद्यालय संसाधनों और सुविधाओं की दृष्टि से किसी प्राइवेट संस्थान से कम नहीं है। विद्यालय में 22 स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान प्रयोगशाला, खगोलीय अध्ययन के लिए एस्ट्रो लैब, एलबीडी वर्कशॉप और जल्द शुरू होने जा रही ICT लैब इसकी शैक्षणिक प्रगति का प्रमाण हैं।

छात्रों के लिए पुस्तकालय, विशाल खेल मैदान और शुद्ध पेयजल के लिए दो आरओ प्लांट भी उपलब्ध हैं। पारदर्शी प्रशासनिक व्यवस्था, समर्पित शिक्षक और जागरूक अभिभावक मिलकर इसे एक आदर्श शिक्षण संस्थान में बदल चुके हैं।

क्षेत्र के कई गांवों के छात्र यहां पढ़ने आते हैं

प्रधानाध्यापक अभिलाष चंद्र मिश्रा के नेतृत्व में यह विद्यालय न सिर्फ सिकंदरपुर, बल्कि आसपास के गांव—चकप्रेमा उर्फ भटवाचक, कठौड़ा, जमुई, लीलकर, बनहरा, चकखान, चकिया, संदवापुर और गाजीपाकड़ सहित कई इलाकों के बच्चों के भविष्य को संवार रहा है। लगभग 10 किलोमीटर के दायरे से बच्चे यहां प्रतिदिन शिक्षा ग्रहण करने आते हैं, और उपस्थिति दर 90% से अधिक बनी रहती है।

सम्मान और पहचान

शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए 27 जून 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानाध्यापक अभिलाष चंद्र मिश्रा को सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त, विद्यालय में सर्वाधिक नामांकन की उपलब्धि के लिए बलिया के गंगा बहुउद्देश्यीय सभागार में प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने भी उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

बीएसए ने बढ़ाया हौसला

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने विद्यालय की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्कूल एक उदाहरण है कि अगर लक्ष्य के प्रति संकल्प अडिग हो, तो कोई भी सफलता असंभव नहीं। उन्होंने शिक्षकों को बेहतर प्रदर्शन के लिए बधाई दी और स्कूल की निरंतर प्रगति के लिए हरसंभव सहायता का आश्वासन भी दिया।

कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय, सिकंदरपुर आज सरकारी शिक्षा प्रणाली की एक जीवंत प्रेरणा है। यह साबित करता है कि सरकारी संसाधनों के साथ भी अगर नेतृत्व सशक्त और शिक्षक समर्पित हों, तो सरकारी स्कूल भी किसी कांवेंट से कम नहीं हो सकते।

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