यमुना जल विवाद: हरियाणा के सांसदों ने केजरीवाल पर अराजकता फैलाने का आरोप

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हरियाणा के नेताओं और सांसदों ने आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के यमुना जल को दूषित करने के आरोपों की कड़ी आलोचना की है।

दिल्ली भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान राज्यसभा सदस्य किरण चौधरी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल यमुना के पानी को लेकर दिल्ली की जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 37 जल शोधन संयंत्र (ट्रीटमेंट प्लांट) हैं, लेकिन उनमें से केवल 17 काम कर रहे हैं। केजरीवाल को यह स्पष्ट करना चाहिए कि बाकी प्लांट क्यों बंद हैं। यमुना के पानी को साफ रखना दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन वह आरोप लगाकर अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं।

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हरियाणा के महेंद्रगढ़ से सांसद धर्मवीर सिंह ने कहा कि केजरीवाल के बयानों से हरियाणा के लोग आहत हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा दिल्ली को पानी की आपूर्ति करता है, जबकि हरियाणा खुद पानी की कमी से जूझ रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत हरियाणा यमुना में पानी छोड़ता है और दिल्ली को हरियाणा से अधिक पानी मिलता है। पानीपत और करनाल के पास दिल्ली को पानी पहुंचाने के लिए विशेष नहरें बनाई गई हैं।

राज्यसभा सदस्य रेखा शर्मा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल चुनाव नजदीक आते ही झूठे आरोप लगाने लगते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल पिछले दस वर्षों से एक ही वादे को दोहरा रहे हैं, जिसे आज तक पूरा नहीं किया। दिल्ली जल बोर्ड, जो दिल्ली सरकार के अंतर्गत आता है, ने भी स्पष्ट कर दिया है कि आरोप निराधार हैं। रेखा शर्मा ने मांग की कि केजरीवाल को हरियाणा और दिल्ली की जनता से माफी मांगनी चाहिए और केंद्र सरकार को उनके झूठे आरोपों की जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए।

गौरतलब है कि केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि हरियाणा से यमुना नदी में जहरीले पदार्थ मिलाए जा रहे हैं, जिससे यमुना में अमोनिया का स्तर बढ़ गया है। इसका दिल्ली में जल शोधन और जल आपूर्ति पर बुरा असर पड़ रहा है।

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