उत्तराखंड की शीतकालीन यात्रा को विश्वस्तरीय प्रोत्साहन, पीएम मोदी ने किया ऐतिहासिक पहल

देहरादून/उत्तरकाशी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक दिवसीय उत्तराखंड दौरे में गंगोत्री के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश के पर्यटन और साहसिक खेलों को नया आयाम दिया। उन्होंने हर्षिल से उच्च हिमालय के अनछुए ट्रैक— नीलपानी-मुलुंगला, जनकताल, जादुंग, मोटर बाइक और एटीवी-आरटीवी ट्रैकिंग अभियानों को फ्लैग ऑफ कर उत्तराखंड की शीतकालीन यात्रा को पहली बार विश्वस्तर पर प्रोत्साहन दिलाया।

महिलाओं से "लखपति दीदी योजना" पर संवाद

प्रधानमंत्री ने इस दौरान स्वयं सहायता महिला समूहों की महिलाओं से मुलाकात की और उत्तराखंड सरकार की "लखपति दीदी योजना" के लाभों पर चर्चा की। महिलाओं ने स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई, जिसमें प्रधानमंत्री ने विशेष रुचि दिखाई और उत्पादों के बारे में जानकारी ली। साथ ही, उत्तराखंड की पारंपरिक रासौं तांदी लोकनृत्य का भी प्रदर्शन किया गया, जिसे प्रधानमंत्री ने सराहा।

मुखवा मंदिर में पूजा-अर्चना और हिमालय दर्शन

प्रधानमंत्री सुबह 9:30 बजे उत्तरकाशी के मुखवा गांव स्थित गंगा मंदिर पहुंचे, जहां स्वस्ति वाचन और पुष्पहार पहनाकर उनका स्वागत किया गया। उन्होंने श्रीसूक्त से अभिषेक, गंगा लहरी के साथ पूजा-अर्चना और आरती कर देश की सुख-समृद्धि की कामना की। इसके बाद, प्रधानमंत्री ने दूरबीन से हिमालय की हिमाच्छादित चोटियों के दर्शन किए।

हर्षिल से साहसिक पर्यटन को बढ़ावा

मुखवा मंदिर में पूजा के बाद, प्रधानमंत्री 10:30 बजे हर्षिल पहुंचे और उच्च हिमालय क्षेत्र के ट्रैकिंग अभियानों को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। यह पहली बार है जब इन अनछुए ट्रैकिंग मार्गों को पर्यटन के लिए विकसित किया जा रहा है, जिससे उत्तराखंड में साहसिक खेलों को एक नई दिशा मिलेगी।

भव्य स्वागत और स्थानीय संस्कृति का सम्मान

प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर स्थानीय लोगों में भारी उत्साह था। जब वे मंच पर पहुंचे तो "भारत माता की जय" और "मोदी-मोदी" के नारे गूंज उठे। उत्तरकाशी के जाड़ जनजाति बाहुल्य डुंडा के लोगों ने प्रधानमंत्री के लिए पारंपरिक पोशाक तैयार की थी। प्रधानमंत्री ने पट्टू कपड़े का कोट, पायजामा और पहाड़ी टोपी पहनकर स्थानीय संस्कृति को सम्मान दिया, जो वहां मौजूद लोगों को आत्मीयता का अहसास कर गया।

सुरक्षा और आयोजन में महत्वपूर्ण हस्तियां रहीं मौजूद

प्रधानमंत्री के इस महत्वपूर्ण दौरे के दौरान सीमा क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर रहीं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री अजय टम्टा, सांसद राजलक्ष्मी शाह, राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री की इस यात्रा ने उत्तराखंड की शीतकालीन यात्रा को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दी, जिससे पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ा बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

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