Varanasi News: वाराणसी में साइबर ठगों के गिरोह का भंडाफोड़, सरगना समेत तीन गिरफ्तार

वाराणसी। साइबर क्राइम थाना वाराणसी की पुलिस ने शनिवार को एक अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया। गिरोह के सरगना समेत तीन ठगों को गिरफ्तार कर उनके पास से मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर डेस्कटॉप और नकदी समेत कई आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद की गईं। डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार और एडीसीपी क्राइम श्रुति श्रीवास्तव ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता के दौरान गिरफ्तार आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया और उनके ठगी के तरीकों का खुलासा किया।

80 लाख रुपये की साइबर ठगी

गिरोह ने बेरोजगार युवाओं को विदेशी कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 80 लाख रुपये की ठगी की थी। इस गिरोह के तीन सदस्य—

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1. दीपक कुमार (निवासी बुद्ध विहार, विजय नगर, गाजियाबाद)

2. कुनाल विश्वास (पुत्र संजय विश्वास)

3. भानू प्रताप (निवासी इटौरा अजीतगंज, जनपद मैनपुरी)

नोएडा के सेक्टर-10 में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे थे।

वाराणसी निवासी से हुई ठगी

वाराणसी के आनंदपुरी कॉलोनी, पहड़िया, सारनाथ निवासी अखिलेश कुमार पांडेय से ठगी की शिकायत मिलने पर साइबर क्राइम थाना वाराणसी में मामला दर्ज किया गया। अखिलेश पांडेय ने पुलिस को बताया कि साइबर अपराधियों ने उनका डेटा एक जॉब प्रोवाइडर कंपनी से प्राप्त कर लिया और इंडीड (Indeed) कंपनी का प्रतिनिधि बनकर ऑस्ट्रेलिया में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके बाद उनसे विभिन्न शुल्कों और टैक्स के नाम पर कुल 80 लाख रुपये ठग लिए गए।

गिरोह का ठगी करने का तरीका

डीसीपी क्राइम के अनुसार, साइबर अपराधी जॉब पोर्टल्स पर अपलोड किए गए रिज्यूमे का डेटा अवैध तरीके से प्राप्त करते हैं। इसके बाद—

1. टेली-कॉलर के माध्यम से जॉब सीकर्स से संपर्क करते हैं और उनका फर्जी रजिस्ट्रेशन कराते हैं।

2. डॉक्यूमेंट्स मंगवाकर जाली ऑफर लेटर, इंटरव्यू लेटर और जॉइनिंग लेटर भेजते हैं।

3. जॉब दिलाने के नाम पर विभिन्न शुल्क और टैक्स के बहाने पैसे ट्रांसफर करवाते हैं।

4. फर्जी बैंक खातों और सिम कार्ड्स का इस्तेमाल कर अपनी पहचान छुपाते हैं।

जांच और आगे की कार्रवाई

साइबर क्राइम थाना वाराणसी ने शिकायत मिलने के बाद तत्काल मामला दर्ज किया और निरीक्षक विजय कुमार यादव को विवेचना की जिम्मेदारी दी गई। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनके नेटवर्क की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस अधिकारियों ने आम जनता से अपील की है कि वे जॉब ऑफर से जुड़ी किसी भी संदिग्ध कॉल या ईमेल से सतर्क रहें और किसी भी अनजान व्यक्ति को पैसे ट्रांसफर न करें।

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