गदागंज थाना क्षेत्र के सुदामापुर निवासी सुनील कुमार उम्र 38 वर्ष जो एक शिक्षक थे और अमेठी जनपद के अहोरवा भवानीगंज चौराहे पर एक किराए के मकान में अपनी पत्नी पूनम दो बेटियां सृष्टि व सोनाक्षी के साथ रहते थे सुनील कुमार की शादी 2016 में उत्तर पारा निवासी लाला पेंटर की बेटी पूनम भारती के साथ हुई थी 2018 में उन्हें पुलिस की नौकरी मिल गई लेकिन उन्हें इस नौकरी में मन नहीं लगा और शिक्षक भर्ती परीक्षा पास करके वह शिक्षक बन गए पुलिस की नौकरी से त्यागपत्र दे दिया और अपनी पत्नी व दो बेटियों के साथ किराए में रहकर शिक्षक की नौकरी करने लगे।
गुरुवार सुबह जैसे ही गांव सभी मृतकों के शव पहुंचे तो लोग व्याकुल हो गये आसपास के लोगों का मजमा लग गया रात की घटना होने से ही सभी राजनीतिक दल भी मौके पर पहुंच गए अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा ने भी पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात कर हर संभव मदद किए जाने का भरोसा दिलाया और रायबरेली सांसद राहुल गांधी से पूरे घटनाक्रम को अवगत कराया है। भीम आर्मी जिला अध्यक्ष देवेंद्र राज ने भी मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की मांग की है सपा जिला अध्यक्ष इंजीनियर वीरेंद्र यादव, कांग्रेस जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी, अतुल सिंह, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रेमचंद मौर्य भी पीड़ित परिवार से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की। ऊंचाहार विधायक व पूर्व मंत्री मनोज कुमार पांडे ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात कही है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से मृतक के पिता रामगोपाल से फोन पर बात करवाई और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
शव दफनाने को लेकर प्रशासन ने की मशक्कत
मृतकों के शव गांव पहुंचने से पहले ही बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स गांव में तैनात कर दी गई थी क्षेत्राधिकारी डलमऊ अरुण कुमार नवहार उप जिलाधिकारी ऊंचाहार सिद्धार्थ चौधरी मौके पर पहुंच गए कई थानों की फोर्स मौके पर डटी रही अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिंहा भी मौके पर पहुंचे शव के अंतिम संस्कार कराए जाने को लेकर प्रशासन जद्दोजहत करता रहा लेकिन परिजन अंतिम संस्कार करने के लिए राजी नहीं रहे मां रामरती का कहना था कि उनका बेटा मुंबई से आ रहा है वह अपने भाई से मिलना चाहता है आ जाने पर ही शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा क्षेत्राधिकारी डलमऊ अरुण कुमार नवहार एसपी एवं कई थानेदार के मान मनौवल के बाद भी परिजन अंतिम संस्कार करने के लिए राजी नहीं रहे।
मृतक की पत्नी व चंदन वर्मा के बीच रहे अवैध संबंध
मृतक शिक्षक सुनील कुमार की पत्नी पूनम भारती एवं तिलिया कोट रायबरेली निवासी चंदन वर्मा के बीच अवैध संबंध थे मोबाइल चैटिंग एवं वीडियो कॉल रिकॉर्डिंग की स्क्रीनशॉट सामने आई है मृतक की पत्नी पूनम एवं चंदन वर्मा के बीच आए दिन वीडियो कॉल पर भी बात होती थी पूनम भारती के द्वारा बीते 18 अगस्त को नगर कोतवाली में चंदन वर्मा के विरुद्ध एक मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया था जिसमें उसने चंदन वर्मा से अपने परिवार को जान का खतरा भी बताया था शायद इसी बात से नाराज होकर चंदन वर्मा ने घटना को अंजाम दिया घटना से कुछ ही समय पूर्व उसने अपने फेसबुक स्टेटस लगाया जिसमें लिखा कि जल्द ही पांच लोग मरने वाले हैं इसके बाद उसने सुनील कुमार के किराए के मकान में पहुंचकर ताबडतोड़ फायर करके चार लोगों की जान ले ली और मौके से फरार हो गया।
प्रेमी सिरफिरे से परेशान था परिवार, अपने पास ही कर दिया शिफ्ट
मेरे परिवार को जान का खतरा है। अगर भविष्य में मेरे पति और मेरे साथ कुछ होता है तो इसका जिम्मेदार चंदन वर्मा होगा। एफआईआर में लिखी गईं ये लाइनें इस बात की तरफ इशारा करती है कि टीचर्स की पत्नी पूनम भारती को अंदेशा हो गया था कि भविष्य में सिरफिरा कुछ भी कर सकता है। लेकिन कोतवाली पुलिस को ये लाइनें समझ में नहीं आई और पूनम भारती का पूरा हँसता खेलता परिवार नौ गोलियों में उजड़ गया। पूनम, उसके शिक्षक पति सुनील के साथ ही दो मासूम बेटियों को भी उस कातिल ने नहीं छोड़ा जो अभी दुनिया के सभी रंग से परिचित भी नहीं थी।
हत्या से पहले चंदन वर्मा ने अपने फोन स्टेटस में लिखा था-5 लोग मरने वाले हैं
अमेठी में दलित शिक्षक और उसके परिवार की हत्या के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। जांच में पता चला है कि आरोपी चंदन वर्मा की मृतक महिला से जान-पहचान थी और दोनों के बीच वीडियो कॉल की पुष्टि हुई है। घटना के दिन चंदन वर्मा, मंदिर में दर्शन के बाद शिक्षक के घर पहुंचा और पूरे परिवार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी। मामले की जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी ने घटना से पहले अपने फोन के स्टेटस पर संदेश डाला था जिसमें लिखा था कि "आज पांच हत्याएं होंगी"। इसके बाद वह खुद भी आत्महत्या करना चाहता था, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया । कंपोजिट विद्यालय पन्हौना के सहायक शिक्षक सुनील कुमार अहरोवा भवानी कस्बे में परिवार के साथ रहते थे। रायबरेली के जगतपुर थानांतर्गत सुदामापुर के निवासी थे। पहले वह पुलिस विभाग में सिपाही थे लेकिन बाद में शिक्षक के रूप में उनका चयन हो गया था। वे पहले रायबरेली से विद्यालय जाते थे, लेकिन इधर कुछ समय से वे अपने परिवार के साथ कस्बे में ही रह थे। गुरुवार की शाम सात बजे सुनील अपनी पत्नी और बच्चों के साथ घर में ही थे कि तभी खुन्नस खाए चंदन वर्मा ने बड़ी घटना को अंजाम दे दिया। 18 अगस्त को ही सुनील की पत्नी पूनम ने रायबरेली कोतवाली नगर में चंदन वर्मा नाम के एक युवक के खिलाफ छेड़खानी और एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमे में उन्होंने पूरी घटना का जिक्र भी किया था। अब लोगों का यही कहना है कि अगर नगर कोतवाली पुलिस समय के साथ में तेलियाकोट निवासी चंदन वर्मा को गिरफ्तार कर ली होती तो शायद इतना बड़ा हादसा न होता। लेकिन पुलिस की खाऊ-कमाऊ नीति ने इतना बड़ा हादसा करा दिया।
मृतक शिक्षक के साले ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
शहर कोतवाली क्षेत्र के एक मकान किराए पर रहने वाला चंदन वर्मा लंबे समय से मृतका पूनम भारती को परेशान किया करता था। इसको लेकर उसके साले ने मीडिया से कुछ बातें साझा की है और वीडियो चैट भी वायरल किया है। उसने कोतवाली पुलिस पर उक्त घटना में घोर लापरवाही का आरोप लगाया है कहा कि 18 अगस्त को जब मैं और दीदी चंदन वर्मा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराने कोतवाली पहुंचे तो साम 6 बजे से रात 12 बजे तक कोतवाली में बैठना पड़ा फिर भी एफआईआर नही लिखी फिर जीजा सुनील ने अपने को पुलिस से रिजाइन देने का हवाला दिया तो जा कर पुलिस ने मामला दर्ज किया। फिर भी मामले को गंभीरता से नहीं लिए जिसका खामियाजा आज हम सभी को भुगता पड़ा।