पहलगाम आतंकी हमला: सद्गुरु बोले, "आतंकवाद का मकसद समाज में भय और अराजकता फैलाना"

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले को लेकर देशभर में रोष है। इस हमले में 26 लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हुए। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए आतंकवाद के मूल उद्देश्य और उसके दीर्घकालिक प्रभावों पर गंभीर टिप्पणी की।

सद्गुरु ने सोशल मीडिया मंच X पर अपनी प्रतिक्रिया साझा करते हुए लिखा, "आतंकवाद का उद्देश्य केवल हिंसा नहीं, बल्कि समाज में भय का वातावरण पैदा कर उसे पंगु बनाना है। इसका लक्ष्य देश की एकता को तोड़ना, आर्थिक विकास को रोकना और हर स्तर पर अराजकता फैलाना है।"

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उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि देश को अपनी संप्रभुता बनाए रखनी है, तो ऐसे तत्वों से सख्ती और दीर्घकालिक संकल्प के साथ निपटना होगा।

दीर्घकालिक समाधान की जरूरत पर बल

सद्गुरु ने आतंकवाद जैसी गंभीर चुनौती से निपटने के लिए दीर्घकालिक और समग्र समाधान की जरूरत बताई। उन्होंने कहा, "हमें शिक्षा, आर्थिक अवसर और कल्याण की दिशा में न्यायपूर्ण दृष्टिकोण अपनाना होगा। समान संसाधन और अवसर उपलब्ध कराकर ही हम इस जड़ से निपट सकते हैं।"

उन्होंने इस कठिन समय में पूरे राष्ट्र को एकजुट होने का संदेश देते हुए कहा कि "धर्म, जाति, पंथ और राजनीति से ऊपर उठकर हमें एक राष्ट्र के रूप में खड़ा होना चाहिए और सुरक्षा बलों को हर स्तर पर सहयोग देना चाहिए।"

सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान

जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। वहीं, मामूली रूप से घायल लोगों को 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।

यह हमला श्रीनगर से लगभग 30 मील दूर पर्यटन स्थल बैसरन घाटी में हुआ, जहां सैलानी छुट्टियां मनाने पहुंचे थे। देश-विदेश में इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले की तीव्र निंदा हो रही है।

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