Varanasi News: वाराणसी में तैनात तीन महिला कांस्टेबल का सराहनीय कार्य, बिना अवकाश लिए 4250 लोगों को परिजनों से मिलाया

वाराणसी: महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज के बाद सबसे अधिक श्रद्धालु काशी विश्वनाथ धाम और गंगा घाट पहुंचे। 12 फरवरी से 27 मार्च तक गोदौलिया क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जहां पुलिस के लिए भीड़ नियंत्रण और खोए हुए लोगों को परिजनों से मिलवाना एक बड़ी चुनौती थी।

तीन महिला कांस्टेबल का अनुकरणीय योगदान

गोदौलिया क्षेत्र में तैनात रायबरेली की शिवानी सिंह, प्रयागराज की जया त्रिपाठी और अंबेडकर नगर की लक्ष्मी तिवारी ने अपने कर्तव्यनिष्ठा से सबका दिल जीत लिया। इन तीनों महिला कांस्टेबल ने लगातार 45 दिनों तक बिना अवकाश लिए 18-18 घंटे की ड्यूटी की।

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बिछड़े श्रद्धालुओं को परिजनों से मिलवाया

महाकुंभ के दौरान इन कांस्टेबलों ने 4250 बिछड़े हुए श्रद्धालुओं को उनके परिवार से मिलाया। यह कार्य आसान नहीं था, क्योंकि अलग-अलग राज्यों से आए श्रद्धालु विभिन्न भाषाएं बोलते थे, लेकिन इन कांस्टेबलों ने अपनी बुद्धिमत्ता और संचार कौशल से लोगों को सही परिजनों तक पहुंचाया।

वाराणसी में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ से चुनौती

प्रयागराज महाकुंभ के दौरान जैसे ही श्रद्धालु वाराणसी पहुंचे, गोदौलिया क्षेत्र में भीड़ प्रबंधन की जिम्मेदारी और बढ़ गई। सुबह से देर रात तक लाखों लोगों की भीड़ को नियंत्रित करना कठिन था, लेकिन इन महिला कांस्टेबलों ने सोशल मीडिया और लोगों के पास रखे सामान की मदद से परिजनों को खोजने में अहम भूमिका निभाई।

जनपद में हो रही सराहना

इन तीनों महिला कांस्टेबलों के लगन, सेवा और कर्तव्यनिष्ठा की चर्चा पूरे जनपद में हो रही है। उनके इस समर्पण ने पुलिस विभाग की छवि को और सशक्त बनाया है।

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