Raebareli News: इलाज के दौरान महिला की मौत, परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का लगाया आरोप

रायबरेली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) मुंशीगंज में इलाज के दौरान एक महिला मरीज की मौत हो जाने पर परिजनों ने कार्डियो विभाग के चिकित्सक पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही और अनदेखी के कारण उनकी मां की जान गई।

पीड़ित सुरेश कुमार, निवासी बस्तेपुर, ने बताया कि उनकी मां श्यामा देवी को जिला अस्पताल से रेफर किए जाने के बाद एम्स लाया गया था। कार्डियो विभाग में तैनात डॉक्टर ने उनकी मां की स्थिति को गंभीर बताते हुए कहा कि उनके दिल में 90 प्रतिशत ब्लॉकेज है। इसके बाद मरीज को दो सप्ताह तक आईसीयू में भर्ती रखा गया।

यह भी पढ़े - UP Board Result 2025: हाईस्कूल में अभिषेक को दूसरा और इंटर में अंशिका को मिला प्रदेश में पांचवां स्थान

परिजनों का आरोप है कि जब भी डॉक्टर से उनकी मां के इलाज के बारे में जानकारी मांगी गई, डॉक्टर टालमटोल करते रहे। दो सप्ताह बाद बिना उचित इलाज किए मरीज को केजीएमयू, लखनऊ रेफर कर दिया गया।

समय पर इलाज न मिलने का आरोप

सुरेश कुमार ने बताया कि केजीएमयू में एडमिशन नहीं मिला, जिसके बाद वे भटकते हुए लखनऊ के एक निजी अस्पताल पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने बताया कि अगर समय पर ऑपरेशन हो जाता, तो शायद उनकी मां की जान बचाई जा सकती थी।

पुलिस में दी शिकायत

घटना से आहत सुरेश कुमार ने एम्स के डॉक्टर अंकित गुप्ता पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाना प्रभारी दयानंद तिवारी को तहरीर दी। सुरेश ने न्याय की गुहार लगाई है और डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

पुलिस कर रही मामले की जांच

थाना प्रभारी दयानंद तिवारी ने बताया कि सुरेश कुमार द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

परिजनों की नाराजगी

मामले के सामने आने के बाद मृतक के परिजनों में नाराजगी है। उनका कहना है कि इस तरह की लापरवाही न केवल मरीजों के लिए खतरनाक है, बल्कि यह चिकित्सा क्षेत्र में कार्यरत लोगों की जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े करती है। प्रशासन से इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।

Edited By: Parakh Khabar

खबरें और भी हैं

Latest News

स्पेशल स्टोरी

Copyright (c) Parakh Khabar All Rights Reserved.