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बलिया के इस सरकारी स्कूल में 2 कमरों में पढ़ते हैं 177 बच्चे

बलिया : प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा का स्तर उठाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग रोज ही नया-नया फरमान जारी कर रहा है। दूसरी तरफ शिक्षा क्षेत्र मुरली छपरा के प्राथमिक विद्यालय नवका टोला का विद्यालय भवन एक दशक पहले सरयू नदी के कटान मे विलिन हो गया तब से आजतक उसके स्थान पर दूसरा विद्यालय भवन नही बन पाया है। फलस्वरूप दलेल टोला के दो कमरों के भवन में नवका टोला का विद्यालय भी चल रहा है, जहां 5 कक्षाओं की पढ़ाई हो रही है। 177 बच्चे मात्र दो कमरे में पढ़ रहे हैं, जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
यहां आधा दर्जन से अधिक अध्यापक और चार शिक्षामित्र, पांच आंगनबाड़ी कार्यकत्री शैक्षणिक कार्य के लिए आती हैं। दो रसोईया भी बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन बनाती हैं। ऐसे में जगह का अभाव बच्चों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। प्रभारी प्रधानाध्यापक से पूछा गया कि दो कमरों में इतने बच्चों को कैसे बैठाते हैं तो उनका उत्तर था कि बाहर में बगीचा है। वहीं बैठाकर बच्चों को पढ़ाया जाता है। बारिश आदि आने पर कमरों में बच्चों को बैठाया जाता है। ऐसे में जगह का अभाव शैक्षणिक कार्य में समस्या तो पैदा कर ही रहा है।
बता दे कि बगल के गांव नौका टोला का विद्यालय सरयू नदी में एक दशक पूर्व विलीन हो गया था, तब से अधिकारियों ने उस विद्यालय को प्राथमिक विद्यालय दलेल टोला के साथ सम्बद्ध कर दिया है। तब से इसी तरह से विद्यालय संचालित हो रहा है। इस बाबत पूछने पर खण्ड शिक्षा अधिकारी मुरली छपरा दुर्गा प्रसाद सिंह ने बताया कि सरयू नदी के कटान से नौका टोला का विद्यालय धराशाई हो गया था। ग्राम पंचायत की जमीन भी नदी में चली गई है। यहां खाली जमीन नहीं है। जमीन खरीद कर नया विद्यालय भवन बनाया जा सकता है। मैंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट कर दी है।
नया विद्यालय भवन जमीन खरीद कर बनवाने के लिए प्रस्ताव ग्राम पंचायत से पारित कर जिलाधिकारी को भेजवाया गया था, किंतु काफी समय बीत जाने के बाद भी इस बाबत कोई कार्यवाही नहीं हुई है। नवागत जिलाधिकारी का ध्यान अपेक्षित किया जाएगा। गांव कटान से अस्त व्यस्त हो गया है। कहीं भी ग्राम समाज की भूमि नहीं है। ग्राम समाज की भूमि होती तो नवका टोला के लिए नया विद्यालय भवन उस जमीन में बनवाया जाता। विद्यालय भवन नहीं बनने से काफी परेशानी बच्चो को हो रही है।
रामनरेश चौधरी, ग्राम प्रधान, इब्राहिमाबाद नौब्बारा आठगांवा