Bareilly News: बरेली कॉलेज में मिड टर्म परीक्षा को लेकर विवाद, शिक्षकों ने किया विरोध

बरेली। बरेली कॉलेज में नई शिक्षा नीति के तहत मिड टर्म परीक्षा लिखित कराने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। शिक्षकों ने इसे शासनादेश के खिलाफ बताते हुए आरोप लगाया है कि परीक्षा के नाम पर बजट का दुरुपयोग किया जा रहा है।

नई शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों में सेमेस्टर प्रणाली लागू की गई है। इसके तहत मिड टर्म परीक्षाओं को भी जोड़ा गया है। कॉलेज में इन परीक्षाओं को लिखित रूप में आयोजित किया जा रहा है।

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शिक्षकों का कहना है कि रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने केवल मिड टर्म के सेशनल अंक अपलोड करने का निर्देश दिया है, लेकिन लिखित परीक्षा आयोजित करने का आदेश नहीं दिया गया। शिक्षकों का आरोप है कि पेपर छपवाने और कॉपियां खरीदने की प्रक्रिया अनावश्यक है और इसका मकसद केवल फंड का दुरुपयोग करना है।

शिक्षकों के आरोप

शिक्षण कार्य बाधित: शिक्षकों का कहना है कि मिड टर्म परीक्षाओं के कारण उनका ध्यान कक्षाओं से हट रहा है, जिससे पढ़ाई पर असर पड़ रहा है।

बजट का दुरुपयोग: परीक्षा आयोजित करने के नाम पर धन का दुरुपयोग हो रहा है।

प्राचार्य का पक्ष

कॉलेज के प्राचार्य प्रो. ओपी राय ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मिड टर्म परीक्षाएं विश्वविद्यालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार ही आयोजित की जा रही हैं।

शिक्षकों की मांग

शिक्षकों ने मिड टर्म लिखित परीक्षा पर रोक लगाने और इसे केवल सेशनल अंक अपलोड करने तक सीमित रखने की मांग की है।

इस मामले को लेकर कॉलेज प्रशासन और शिक्षकों के बीच खींचतान जारी है। अब देखना होगा कि विश्वविद्यालय या प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है।

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