Varanasi News: श्री काशी विश्वनाथ विवाहोत्सव, महाशिवरात्रि की भव्य तैयारियाँ शुरू

वाराणसी। काशी नगरी अपने आराध्य भगवान श्री काशी विश्वनाथ के विवाहोत्सव महाशिवरात्रि की तैयारियों में रम गई है। फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि, 26 फरवरी को शिव-पार्वती का विवाह संपन्न होगा। इस शुभ आयोजन की शुरुआत 24 फरवरी को बाबा की हल्दी की रस्म से होगी। यह पारंपरिक आयोजन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत परिवार के टेढ़ीनीम स्थित आवास गौरी सदनिका में संपन्न होगा। इस अवसर पर बाबा के रजत विग्रह के समक्ष काशीवासी हल्दी-तेल की रस्म अदा करेंगे। इससे पहले, बसंत पंचमी पर बाबा के तिलकोत्सव की परंपरा निभाई गई थी।

हल्दी की रस्म के लिए गवनहिरयों की टोली संध्या बेला में महंत आवास पर एकत्र होगी। मंगल गीतों के साथ बाबा को हल्दी लगाई जाएगी। यह आयोजन पहली बार स्वर्गीय महंत डॉ. कुलपति तिवारी के गोलोकवासी होने के बाद उनकी पत्नी मोहिनी देवी के सानिध्य में, उनके पुत्र पं. वाचस्पति तिवारी द्वारा संपन्न कराया जाएगा। महंत आवास मांगलिक गीतों, ढोलक की थाप और मंजीरे की खनक से गुंजायमान होगा। शिव-पार्वती के मंगल दांपत्य की कामना के साथ भक्तगण बाबा को हल्दी लगाकर शुभकामनाएँ देंगे।

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शिवांजलि एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ

शिवांजलि के संयोजक संजीव रत्न मिश्र ने बताया कि इस अवसर पर शिवांजलि कार्यक्रम के अंतर्गत मथुरा से आमंत्रित नृत्य मंजरी दास द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। साथ ही, स्थानीय कलाकार भजनों की प्रस्तुति देंगे। शिवांजलि के अध्यक्ष पं. वाचस्पति तिवारी ने बताया कि महाशिवरात्रि की महानिशा के चारों प्रहर में महंत परिवार द्वारा बाबा विश्वनाथ की आरती के विधान संपन्न किए जाएंगे। बाबा विश्वनाथ और माता पार्वती के विवाह का संपूर्ण कर्मकांड महंत परिवार के मार्गदर्शन में परंपरानुसार संपन्न होगा।

विवाहोत्सव का क्रमबद्ध आयोजन

वाचस्पति तिवारी ने बताया कि इस लोक उत्सव की शुरुआत बसंत पंचमी पर बाबा विश्वनाथ की प्रतिमा के तिलकोत्सव से हो चुकी है। यह उत्सव 10 मार्च, रंगभरी एकादशी के दिन बाबा की पालकी यात्रा (गौना) तक अनवरत चलता रहेगा।

विवाहोत्सव का विस्तृत कार्यक्रम:

  • 24 फरवरी (सोमवार): बाबा की हल्दी
  • 26 फरवरी (बुधवार): महाशिवरात्रि (शिव-विवाह)
  • 7 मार्च (शुक्रवार): माता गौरा की हल्दी
  • 8 मार्च (शनिवार): लोकाचार मंगल सगुन
  • 9 मार्च (रविवार): गौना के लिए बाबा का गौरी सदनिका आगमन
  • 10 मार्च (सोमवार): गौरा-गौना की पालकी यात्रा

महाशिवरात्रि के इस शुभ अवसर पर काशी नगरी भक्ति, उल्लास और परंपराओं से सराबोर रहेगी।

Edited By: Parakh Khabar

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