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मिर्जापुर: मां विंध्यवासिनी के दरबार में दर्शन करने पहुंचे अमेरिकी दंपत्ति, रोने लगीं विदेशी भक्त, बोलीं- विंध्याचल से मेरा रिश्ता...

मिर्जापुर। तेजी के साथ विकसित हो रहे विंध्य कॉरिडोर के साथ-साथ विख्यात देवी धाम विंध्याचल मंदिर में विदेशी दर्शनार्थियों, सैलानियों की भीड़ बढ़ने लगी है। एक महीने के अंतराल में दूसरी बार विदेशी दर्शनार्थियों की आहट से धाम क्षेत्र के दुकानदार प्रफुल्लित नजर आने लगे हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन भी विदेशी दर्शनार्थियों की विंध्याचल देवी धाम में होने वाले आगमन को लेकर खासा उत्साहित होने के साथ-साथ विदेशी दर्शनार्थियों को यहां किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पर इसके लिए अलर्ट मोड में नजर आया है।
महिला यात्री डेवी मां विंध्यवासिनी का दर्शन कर भाव विभोर होकर रोने लगीं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मेरा किसी जन्म का विंध्याचल से नाता है। दर्शन की पूरी व्यवस्था दार्शनिक विचारक व सांस्कृतिक क्षेत्र में काम कर रहे हैं पंडित दिवाकर मिश्रा द्वारा कराया गया। उन्होंने बताया कि विदेशी पर्यटकों का विंध्याचल में आना यह दर्शाता है कि आने वाले दिनों में काशी, अयोध्या व विंध्य कॉरिडोर का परचम विश्व में फैलेगा।
विंध्य कॉरिडोर परियोजना सीएम योगी की है देन
विंध्याचल स्थित विंध्याचल देवी धाम में तेजी के साथ विकसित हो रहे विंध्य कॉरिडोर परियोजना को अतिशीघ्र अमली जामा पहनाने का कार्य तेज कर दिया गया है। यह परियोजना मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है। अयोध्या और काशी के तर्ज पर विंध्याचल देवी धाम को भी विश्व पटेल पर स्थापित करने और चमकाए जाने की कवायत तेजी के साथ चल रही है। वैसे तो विंध्याचल देवी धाम का महत्व देश ही नहीं वरन विदेशों में भी बना हुआ है।
वर्ष के दोनों नवरात्र के दिनों में यहां देश के कोने-कोने से भक्तजन दर्शन पूजन के लिए आते हैं जहां लाखों की भीड़ उमड़ती है। सभी पर्वों और त्योहारों पर भी यहां लाखों की संख्या में दर्शनार्थी उमड़ पड़ते हैं। साल के 12 महीने में शायद ही कोई ऐसा दिन होता होगा जब यहां हजारों की संख्या में दर्शनार्थियों की भीड़ ना देखने को मिलती हो। जब से विंध्य कॉरिडोर परियोजना का कार्य विंध्याचल में प्रारंभ हुआ है तब से भक्तों की भीड़ भी बढ़ चली है। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बराबर विंध्य कॉरिडोर परियोजना की कार्य प्रगति पर नजर रखने के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों के जरिए इसकी फीडबैक लेते रहते हैं।
विदेशी सैलानियों के आगमन से होगा दूरगामी लाभ
विंध्याचल देवी धाम में आने वाले दिनों में जिस तरह से विदेशी सैलानियों के आगमन का क्रम बढ़ा है, उसे देखते हुए स्थानीय दुकानदार, विंध्य पंडा समाज के लोग काफी प्रसन्न नजर आ रहे हैं। बिना पंडा समाज के कोषाध्यक्ष एवं तीर्थ पुरोहित तेजन गिरी कहते हैं कि विंध्याचल देवी धाम की ख्याति तो वैसे भी दूर-दूर तक दूर देश में फैली हुई है, ऐसे में विदेशी भक्तों की यहां बढ़ने वाली भीड़ शुभ संकेत है।
विदेशी भक्तों के आगमन से स्थानीय दुकानदारों को लाभ होने के साथ ही साथ इनके जरिए कई लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, इनके आने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। बताते चले की विंध्याचल देवी धाम के साथ ही साथ मां अष्टभुजी का मंदिर, काली खो, अष्टभुजा पहाड़ सहित विंध्याचल देवी धाम के इर्द-गिर्द कई ऐसे रमणीक धार्मिक पौराणिक क्षेत्र हैं जो पर्यटन के लिहाज से भी काफी मायने रखते हैं जिनका एक गौरवशाली पारंपरिक इतिहास बताया जाता है।