लखनऊ में बनी ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने में इंडोनेशिया की रुचि: राजनाथ सिंह

लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को बताया कि लखनऊ में निर्मित हो रही ब्रह्मोस मिसाइल को खरीदने की इच्छा इंडोनेशिया ने जताई है। पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के जनसंवाद कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “लखनऊ में बन रही ब्रह्मोस मिसाइल को खरीदने की मांग इंडोनेशिया ने की है।”

उन्होंने कहा कि लखनऊ के लिए यह गर्व की बात है कि दुनिया की सबसे तेज और सटीक सुपरसोनिक मिसाइल प्रणाली का निर्माण यहां की धरती पर किया जा रहा है। हाल ही में 18 अक्टूबर को राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरोजिनी नगर स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस इकाई से तैयार पहली खेप को रवाना किया था।

यह भी पढ़े - देवरिया में पुलिस मुठभेड़: असलहा तस्कर गिरफ्तार, पैर में गोली लगने से घायल

लखनऊ की तकनीकी क्षमता का प्रमाण

ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने अपनी नई इंटीग्रेशन एंड टेस्ट सुविधा में सफलतापूर्वक मिसाइलों की पहली खेप तैयार की है। यह अत्याधुनिक इकाई 11 मई 2025 को उद्घाटन के बाद पूरी तरह संचालित हो गई थी। सरोजिनी नगर के भटगांव में स्थित यह परियोजना उत्तर प्रदेश रक्षा गलियारे की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है, जहां मिसाइलों की असेंबली, इंटीग्रेशन और टेस्टिंग उच्च तकनीकी मानकों के अनुरूप की जाती है।

इस इकाई को तैयार करने में 300 करोड़ रुपये की लागत आई है, जबकि उत्तर प्रदेश सरकार ने 80 हेक्टेयर भूमि निःशुल्क उपलब्ध कराई।

कार्यकर्ताओं को दिया संदेश

कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने कहा कि जीवन में सबसे बड़ी आवश्यकता सम्मान और स्वाभिमान है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मनुष्य हर चीज से समझौता कर सकता है, लेकिन अपने स्वाभिमान से नहीं।

उन्होंने संगठन में अनुशासन और मर्यादा का महत्व बताते हुए कहा, “भगवान राम ने मर्यादाओं का पालन किया, इसलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए।”

साथ ही उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे स्वयं युवा मोर्चा से राष्ट्रीय अध्यक्ष और दो बार पार्टी अध्यक्ष बने हैं, इसलिए समर्पण के साथ संगठन में कार्य करते रहना चाहिए।

बिहार चुनाव पर भी दिया बयान

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की भारी जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने जाति–धर्म की राजनीति को नकार दिया और नया रिकॉर्ड बनाया।

राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की प्रतिष्ठा दुनिया में बढ़ी है। उन्होंने कहा, “आज जब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बोलता है, तो पूरी दुनिया गंभीरता से सुनती है। यह सम्मान नेतृत्व और कार्यकर्ताओं की मेहनत से मिला है।”

खबरें और भी हैं

Copyright (c) Parakh Khabar All Rights Reserved.