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गोरखपुर दशहरा : बुलेटप्रूफ रथ पर शोभायात्रा में शामिल हुए सीएम योगी, कहा – बदले नामों से आज भी मौजूद हैं रामायण-महाभारत के खल पात्र

गोरखपुर। विजयादशमी पर गोरखनाथ मंदिर से पारंपरिक शोभायात्रा का भव्य आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पारंपरिक पोशाक में बुलेटप्रूफ रथ पर सवार होकर गोरखनाथ मंदिर से मानसरोवर रामलीला मैदान तक शोभायात्रा की अगुवाई करते हुए पहुंचे। इस दौरान रास्ते में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत किया। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। एडीजी जोन मुथा अशोक जैन, डीआईजी एस. चन्नप्पा, जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी राज करन नय्यर सहित कई प्रशासनिक अधिकारी लगातार निगरानी में लगे रहे।

रामलीला मंच पर भगवान श्रीराम का राजतिलक करने के बाद सीएम योगी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि समाज को बांटने वाली और सुरक्षा के लिए खतरा बनने वाली ताकतें हर युग में रही हैं। रामायण और महाभारत के खल पात्र आज भी बदले नाम और रूप में मौजूद हैं और समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं। हर सनातनी को इनसे सतर्क रहना होगा।
योगी ने कहा कि जातिवाद, छुआछूत और अस्पृश्यता फैलाने वाले लोग पूर्व जन्म में ताड़का, मारीच और शूर्पणखा जैसे पात्रों के सहयोगी रहे होंगे। वहीं बेटियों और व्यापारियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने वाले लोग दुर्योधन और दुशासन के अनुयायी रहे होंगे। उन्होंने कहा कि विजयादशमी अधर्म और अन्याय के प्रतीक रावण पर विजय का पर्व है। यही कारण है कि सनातनी लोग रावण दहन कर श्रीराम की मर्यादा का स्मरण करते हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने राम को साक्षात धर्म का रूप बताया था। श्रीराम हर सनातनी के हृदय में बसे हैं। उन्होंने 90 के दशक में प्रसारित रामायण सीरियल का उल्लेख करते हुए कहा कि सीमित साधनों के बावजूद यह 66 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंचा और सबसे लोकप्रिय धारावाहिक बना। कारण यही है कि रामकथा हर युग में प्रेरणादायी है।
https://twitter.com/myogiadityanath/status/1973762260137910401
योगी ने कहा कि राम और कृष्ण के प्रति श्रद्धा विपरीत परिस्थितियों में भी नई ऊर्जा देती है। राक्षसी शक्तियों के खिलाफ संघर्ष हर युग में होता रहा है और यही संघर्ष विकास की नींव है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग सत्ता में रहते हुए राम और कृष्ण के अस्तित्व पर सवाल उठाते थे और सनातन के खिलाफ षड्यंत्र करते थे, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया।
इस मौके पर सांसद रवि किशन, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, कालीबाड़ी के महंत रवींद्र दास, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ल, भाजपा महानगर संयोजक राजेश गुप्ता और रामलीला समिति के महामंत्री पुष्पदंत जैन समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।