सीएम डैशबोर्ड से जुड़ा परिषदीय स्कूलों का छात्र उपस्थिति प्रोजेक्ट, बलिया BSA ने दिए सख्त निर्देश

बलिया। परिषदीय विद्यालयों में अब छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में किसी भी तरह की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने स्टूडेंट अटेंडेंस प्रोजेक्ट को सीएम डैशबोर्ड से जोड़ दिया है, जिससे प्रत्येक विद्यालय की दैनिक उपस्थिति पर सीधी निगरानी रखी जा सकेगी।

बीएसए मनीष कुमार सिंह ने बताया कि टाइम एंड मोशन स्टडी के आधार पर शैक्षणिक कार्यों से जुड़ी 12 पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन किया जा रहा है। इसके तहत अब प्रत्येक विद्यालय में कक्षावार डिजिटल उपस्थिति पंजिका के माध्यम से छात्रों की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। यह जानकारी सीधे मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर प्रदर्शित होगी।

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उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2025 की छात्र उपस्थिति के आधार पर नवंबर माह में जनपदों की रैंकिंग तय की जाएगी। इसलिए सभी विद्यालयों में प्रतिदिन ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य है।

बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यह मामला सीएम डैशबोर्ड से जुड़ा है, इसलिए इसे शीर्ष प्राथमिकता दी जाए। अपने-अपने ब्लॉकों के सभी परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की डिजिटल उपस्थिति पंजिका के माध्यम से हर दिन की उपस्थिति दर्ज कराना सुनिश्चित करें।

उन्होंने चेतावनी दी कि डेटा फीडिंग या अपडेटिंग में किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही पर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

अब रैंकिंग में अहम भूमिका निभाएगा “स्टूडेंट अटेंडेंस प्रोजेक्ट”

गौरतलब है कि वर्ष 2023 में परिषदीय विद्यालयों की 12 पंजिकाओं के डिजिटलाइजेशन के आदेश जारी किए गए थे। इसके लिए विद्यालयों को टैबलेट भी दिए गए थे, लेकिन शिक्षक संगठनों के विरोध के चलते यह प्रक्रिया पूरी तरह लागू नहीं हो सकी थी। खासकर ऑनलाइन उपस्थिति को लेकर विरोध था। अब विभाग ने इस व्यवस्था को अनिवार्य बना दिया है और अक्टूबर से बलिया की रैंकिंग में इसे शामिल किया जाएगा।

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