Ballia News: राम मंदिर पर हमले की साजिश में नया सुराग, यूपी के कई शहरों में ATS की छापेमारी

Ballia News: राम मंदिर पर हमले की साजिश के मामले में फरीदाबाद से पकड़े गए संदिग्ध अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद यूपी में एटीएस (ATS) की कार्रवाई तेज हो गई है। मंगलवार को बलिया से लेकर आजमगढ़ तक कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। यूपी के बलिया में लखनऊ एटीएस ने तीन अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की। टीम ने सुखपुरा थाना क्षेत्र के बोडिया गांव, दोकटी थाना क्षेत्र और दुबहड़ थाना क्षेत्र में दबिश दी।

राहुल सिंह का मोबाइल जब्त, पाकिस्तानी महिला एजेंट से कनेक्शन की जांच

ATS की टीम ने बलिया के बोडिया गांव निवासी राहुल सिंह का मोबाइल जब्त कर लिया। राहुल, जो सिर्फ 10वीं पास है, मुंबई की पालन जी प्राइवेट शिपिंग कंपनी में काम करता है। एटीएस ने उससे पाकिस्तानी महिला एजेंट इसीका कपूर के संबंध में पूछताछ की। बताया जा रहा है कि इसीका कपूर के कनेक्शन की जांच के लिए यह कार्रवाई की गई।

यह भी पढ़े - बलिया : मंत्री ओपी राजभर को मिली जान से मारने की धमकी, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

राहुल सिंह के अनुसार, एटीएस की 6 सदस्यीय टीम रात में उनके घर पहुंची और करीब तीन घंटे तक पूछताछ की। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इसीका कपूर के जरिए कोई संदिग्ध गतिविधि तो नहीं की जा रही थी।

ATS चीफ बोले- मिले अहम इनपुट, छापेमारी जारी

एटीएस चीफ नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि टीम को कुछ महत्वपूर्ण इनपुट मिले हैं, जिनके आधार पर छापेमारी की जा रही है। अगर कोई ठोस सबूत मिलता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इससे पहले, अयोध्या में राम मंदिर पर हमले की साजिश रचने के आरोप में अब्दुल रहमान अबू बकर नामक संदिग्ध को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था।

अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी और आतंकी साजिश का खुलासा

गुजरात एटीएस और फरीदाबाद स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया था। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद हुए। 19 वर्षीय रहमान उत्तर प्रदेश के फैजाबाद का निवासी है और कुछ महीनों से फरीदाबाद के पाली गांव में फर्जी पहचान के साथ रह रहा था। शक से बचने के लिए वह कभी ऑटो चलाता तो कभी होटल में काम करता था।

गुजरात एटीएस की पूछताछ में रहमान ने खुलासा किया कि वह कई महीनों से राम मंदिर की रेकी कर रहा था। उसे ऑनलाइन वीडियो कॉल के जरिए ट्रेनिंग दी गई और विभिन्न टास्क सौंपे गए। पूछताछ में यह भी पता चला कि राम मंदिर को उड़ाने की साजिश भी वीडियो कॉल पर ही रची गई थी।

रहमान के मोबाइल से कई धार्मिक स्थलों की तस्वीरें और वीडियो मिले हैं। जांच में यह भी सामने आया कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस जैसे कट्टरपंथी संगठनों से जुड़ा हुआ था।

परिवार से भी हुई पूछताछ

रहमान की गिरफ्तारी के बाद अयोध्या पुलिस ने उसके पिता को भी हिरासत में लिया था, हालांकि पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। एटीएस को कई अहम सुराग मिले हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि रहमान एक बड़ी साजिश का हिस्सा था। जांच जारी है और यूपी के कई शहरों में छापेमारी की जा रही है।

खबरें और भी हैं

Copyright (c) Parakh Khabar All Rights Reserved.