मकर संक्रांति 2025: 14 जनवरी को मनाया जाएगा पर्व, जानें शुभ मुहूर्त

मकर संक्रांति का महत्व : मकर संक्रांति का त्योहार धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। पुराणों के अनुसार, इस दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनिदेव से मिलने आते हैं, जो मकर राशि के स्वामी हैं। यह पर्व पिता और पुत्र के रिश्ते का प्रतीक माना जाता है। साथ ही, मकर संक्रांति को भगवान विष्णु की असुरों पर विजय का प्रतीक भी माना जाता है। इस वर्ष यह पर्व 14 जनवरी 2025 को मनाया जाएगा।

शुभ मुहूर्त और पुण्यकाल

शहर के प्रसिद्ध ज्योतिर्विद, आचार्य पंडित घनश्याम नारायण पाण्डेय के अनुसार, हृषिकेश पंचांग के आधार पर सूर्य 14 जनवरी को रात्रि 3:27 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस आधार पर पुण्यकाल 14 जनवरी की रात 3:27 बजे से शुरू होकर 15 जनवरी की रात 3:27 बजे तक रहेगा।

आचार्य पंडित घनश्याम नारायण पाण्डेय ने बताया कि सनातन धर्म में इस पर्व पर गंगा स्नान, जप-तप और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। मकर संक्रांति पर गंगा स्नान करने से पापों का नाश होता है और सूर्य देव की उपासना से आरोग्य और सुखी जीवन का आशीर्वाद मिलता है।

क्या करें इस दिन

  • गंगा स्नान: ब्रह्म मुहूर्त में गंगा स्नान करें।
  • दान-पुण्य: अन्न, वस्त्र, तिल, गुड़ और धन का दान करें।
  • सूर्य उपासना: भगवान सूर्य को जल अर्पित करें और उनकी आराधना करें।

इस वर्ष, मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को ही पूरे उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा।

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