दिल्ली: सांसदों के आवास वाले अपार्टमेंट में भीषण आग, पीएम मोदी ने किया था इमारत का उद्घाटन

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के सामने स्थित ब्रह्मपुत्र अपार्टमेंट परिसर में शनिवार दोपहर भीषण आग लग गई। यह वही इमारत है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में किया था। इस अपार्टमेंट में लोकसभा और राज्यसभा के कई सांसदों के आवास हैं।

दिल्ली अग्निशमन सेवा के अनुसार, दोपहर 1 बजकर 22 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली और करीब 14 दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और अब तक किसी की मौत या गंभीर रूप से झुलसने की जानकारी नहीं मिली है। हालांकि, कुछ निवासियों का कहना है कि कुछ बच्चे झुलसे हैं, जिन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यह भी पढ़े - विराट सिंह की दमदार वापसी: ICC रैंकिंग में बड़े फेरबदल, रोहित की नंबर-1 कुर्सी पर संकट, गिल को झटका!

अग्निशमन अधिकारी भूपेंद्र प्रकाश ने बताया कि जब टीम मौके पर पहुंची, तब परिसर की खुली जगह में घरेलू सामान में आग लगी हुई थी, जिसकी लपटें ऊपर की मंजिलों तक पहुंच गई थीं। उन्होंने कहा कि पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है।

स्थानीय निवासियों के अनुसार, आग उस समय लगी जब कुछ बच्चे पटाखे जला रहे थे। फर्श पर रखे सोफों में आग लगने के बाद लपटें तेजी से पूरे परिसर में फैल गईं। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि इमारत से घना काला धुआं उठने लगा, जिसने आसपास के इलाके को भी अपनी चपेट में ले लिया।

उत्तराखंड के एक सांसद के निजी सहायक कमल ने बताया कि घटना के समय वह ड्यूटी पर थे। उन्होंने कहा, “हमारा सारा सामान, दस्तावेज, कपड़े और गहने सब कुछ जल गया। अब हमें फिर से नई शुरुआत करनी होगी।”

एक अन्य निवासी अनिल कुमार ने कहा कि दो लड़कियों को अस्पताल ले जाया गया है, जबकि कर्मचारियों का सामान भी जलकर नष्ट हो गया। वहीं निवासी पूर्णिमा ने बताया कि “जब मैं बाहर निकली तो पूरी इमारत से धुआं निकल रहा था। यह सांसदों के आवास का इलाका है, यहां सुरक्षा व्यवस्था और सख्त होनी चाहिए।”

उन्होंने बताया कि इमारत की निचली मंजिलों पर कर्मचारियों के क्वार्टर हैं और चौथी मंजिल से सांसदों के फ्लैट शुरू होते हैं। निचले हिस्से को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है, हालांकि अग्निशमन विभाग की त्वरित कार्रवाई से आग को और फैलने से रोक लिया गया।

निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि इमारत की सुरक्षा जांच कराई जाए और जीर्णोद्धार पूरा होने तक प्रभावित परिवारों को वैकल्पिक आवास उपलब्ध कराया जाए।

खबरें और भी हैं

Copyright (c) Parakh Khabar All Rights Reserved.