- Hindi News
- उत्तर प्रदेश
- वाराणसी
- Varanasi News: काशी में श्रद्धालुओं का सैलाब, विश्वनाथ दरबार में उमड़ी भीड़, यातायात व्यवस्था ठप
Varanasi News: काशी में श्रद्धालुओं का सैलाब, विश्वनाथ दरबार में उमड़ी भीड़, यातायात व्यवस्था ठप

वाराणसी। महाकुंभ के प्रभाव से काशी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ उमड़ पड़ी है। बाबा विश्वनाथ की नगरी हर ओर श्रद्धालुओं से भरी हुई है। गंगा घाट, गलियां, और मुख्य सड़कें तक ठसाठस भरी हुई हैं। गोदौलिया, नई सड़क, और दशाश्वमेध घाट जैसे व्यस्त इलाकों में तिल रखने की भी जगह नहीं बची।
यातायात व्यवस्था चरमराई
मंगलवार को शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। बाहर से आने वाली गाड़ियां शहर में जाम का कारण बनीं। गलियों में बड़ी गाड़ियों के घुसने से हालात और खराब हो गए। गोदौलिया चौराहे से दशाश्वमेध घाट और विश्वनाथ मंदिर जाने वाले मार्ग को बंद करना पड़ा, जिससे श्रद्धालुओं को गलियों से होकर मंदिर तक जाना पड़ा।
दर्शन के लिए आए लोगों ने मार्गदर्शन की कमी की शिकायत की। उनका कहना था कि गलियों का रास्ता समझ में नहीं आ रहा था, और पुलिसकर्मी भी मदद नहीं कर पा रहे थे। इससे श्रद्धालु काफी परेशान और नाराज नजर आए।
हाईवे पर भी जाम की समस्या
प्रयागराज से वाराणसी आने वाले नेशनल हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें रहीं। मोहनसराय, अमरा-अखरी, डाफी, टेंगरामोड़ से लेकर चंदौली तक जाम के कारण गाड़ियां फंसी रहीं। राजघाट पुल को चार पहिया वाहनों के लिए बंद कर दिया गया, जिससे यातायात व्यवस्था और बिगड़ गई।
विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए लंबी लाइनें
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए बनाई गई लाइनों ने श्रद्धालुओं को भ्रमित कर दिया। लाइनें मैदागिन से बुलानाला, ठठेरी बाजार, सोराकुआं, चौकवां होकर वापस मैदागिन से मंदिर की ओर बढ़ रही थीं। काल भैरव मंदिर के लिए भी लंबी लाइनों की वजह से श्रद्धालु परेशान रहे।
गंगा घाटों पर नावों की मनमानी
गंगा घाटों पर भी भीड़ का आलम यह था कि सभी नावें और क्रूज यात्रियों से खचाखच भरे हुए थे। क्रूज और बजड़ों के मालिकों ने तय दर से अधिक किराया वसूला। दशाश्वमेध और अस्सी घाट पर आरती देखने के लिए नावों में 100 से 300 रुपये तक वसूले गए।
निजी अस्पतालों को निशुल्क चिकित्सा देने का निर्देश
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने निजी अस्पतालों को निर्देश दिया है कि तीर्थयात्रियों को प्राथमिक चिकित्सा निशुल्क दी जाए। साथ ही, अस्पतालों में बैनर लगाकर यह जानकारी प्रदर्शित करने को कहा गया है।
काशी में महाकुंभ का यह प्रभाव शहर की रौनक तो बढ़ा रहा है, लेकिन भीड़ और अव्यवस्था ने लोगों की परेशानियों को भी बढ़ा दिया है।