Lucknow News: मलिहाबाद जमीनी विवाद को लेकर चली ताबड़तोड़ गोलियां, पति-पत्नी और बेटे की मौत

जमीन की पैमाईश के दौरान आपसी रंजिश में रक्तरंजित हुए रहमतनगर गांव

घटना की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर कई थानों की पुलिस फोर्स पहुंची और छानबीन शुरु की..

लखनऊ। विधानमंडल के बजट सत्र से कुछ ही देर बाद राजधानी गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल गई। मलिहाबाद के रहमतनगर गांव में जमीन की पैमाइश के दौरान दंपती और उनसे 20 साल के बेटे की हत्या कर दी गई। इस ट्रिपल मर्डर के दौरान हुई गोलीबारी में 2 अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक मलिहाबाद के रहमतनगर गांव में एक विवादित जमीन की पैमाईश चल रही थी। पूरा प्रशासनिक अमला मौजूद था। इसी बीच दोनों पक्ष से लोग आमने-सामने आ गए। देखते-देखते विवाद इतना बढ़ गया कि गोलियां चलने लगी।

गोली लगने से रहमत नगर निवासी फरहीन (40) और हलदा (20) और फरहीन के चाचाज़ात भाई मुनीर की मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी घटनास्थल से फरार हो गया। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने फरीद को फौरन केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में पहुंचाया। फिलहाल, हत्यारोपी की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

चार थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची

सूत्रों की मानें तो, मोहम्मदनगर गांव निवासी फरीद (62) पत्नी फरहीन, बेटे हमज़ा और चचेरे भाई ताज खां के साथ संयुक्त परिवार में रहते हैं। कई वर्षों से भाई लल्लन खां से उनका जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इसको लेकर दोनों पक्षों में कई बार झगड़ा भी हो चुका है। बताया जा रहा है कि लल्लन भाई फरीद की जमीन पर कब्जा करना चाहता है। शुक्रवार दोपहर करीब 12: 30 बजे लल्लन का झगड़ा भाई फरीद से हो गया। वह फरीद और उसके परिवारिक सदस्यों को अपशब्द कहने लगा।

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इसका विरोध किए जाने पर लल्लन आवेश में आ गया और साथ लेकर आए लाइसेंसी रायफल से फायरिंग कर दी। सूत्रों की मानें तो एक चौथा शख्स भी गोली लगने से गंभीर रुप से जख्मी हो गया है। जिसके केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया है। जानकारी मिलते ही काकोरी, माल, मलिहाबाद और रहीमाबाद थाने की पुलिस फोर्स भी मौके पर बुलाई गई है।

 

सीएम के निर्देश के बाद भी जमीन विवादों में अधिकारी कर रहे हैं लापरवाही
देवरिया कांड के बाद जमीनी मामले को हल करने की जिम्मेदारी जिले के एसडीएम को दी गई थी और सख्ती से मुख्यमंत्री ने कहा भी था कि जमीनी मामलों को डीएम और एसडीएम जल्द से जल्द मामलों को गंभीरता से लेकर निस्तारित करें। इसके बावजूद या हालत है कि आए दिन जमीनी मामले झगड़े गोली चलने की बात आम हो गई है।

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पूरे प्रदेश में शुक्रवार को रहा अलर्ट

मलिहाबाद में फायरिंग कर लोगों को मौत के घाट उतरने की घटना ऐसे समय में हुई है जब यूपी में हाई अलर्ट था। ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में गुरुवार को हिन्दू पक्ष ने पूजन किया था। उन्हें पूजा का अधिकार वाराणसी की जिला अदालत ने दिया है। इसको लेकर शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज के मद्देनजर पूरे यूपी में हाई अलर्ट जारी किया गया था। यूपी के सभी जिलों में पुलिस का भारी बंदोबस्त नमाज के मद्देनजर किया गया था। वहीँ राजधानी में बजट पर चर्चा को लेकर सभी मंत्री विधायक, और वरिष्ठ अधिकारी लखनऊ में मौजूद हैं। ऐसे में मलिहाबाद इलाके में इस तरह की घटना प्रशासन के अलर्ट पर बड़ा सवाल उठाती है।

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