लखीमपुर खीरी: बाघ ने नौ साल की मासूम को दबोचा, बुआ के साथ गई थी खेत पर

निघासन। गन्ना छिलाई कर रहे परिजनों के लिए अपनी बुआ के साथ पानी लेकर खेत पर जा रही नौ साल की बच्ची पर बाघ ने हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। बुआ के शोर मचाने पर आसपास के लोग आ गए। इस पर बाघ बच्ची को छोड़कर भाग निकला। घायल बच्ची को सीएचसी लाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर उसे डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।

गांव चखरा मुंशीगढ़ निवासी इसराना बानो ने बताया कि उसकी मां खेत में गन्ना छिलाई कर रही थी। वह खेत पर पानी देने जा रही थी। तभी दादी के पास जाने के लिए कासमी बानो (9) भी खेत चलने की जिद करने लगी।  वह कासमी बानों के साथ घर से करीब दो खेत आगे निकली थी। इसी बीच गन्ने के खेत में घात लगाए बैठे बाघ ने कासमी के ऊपर हमला कर दिया और उसे खींचकर गन्ने की तरफ ले जाने लगा। यह देख उसके होश उड़ गए। उसने शोर मचाया तो आस पड़ोस के लोग लाठी डंडा लेकर आ गए और शोरगुल करने लगे। इस पर बाघ कासमी को छोड़कर भाग निकला। बाघ के हमले से कासमी गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल कासमी की मां जेबुनिया बानो को जब इसकी जानकारी हुई तो वह गश खाकर गिर गईं। परिजन घायल कासमी को लेकर सीएचसी निघासन पहुंचे। डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर किया है। मझगई वन क्षेत्राधिकारी अंकित सिंह ने बताया बाघ का मूवमेंट है। इसको लेकर पहले ही ग्रामीणों को चेताया जा चुका है कि छोटे बच्चे जंगल की तरफ न जाएं, लेकिन गांव वाले बात मानने को तैयार नहीं हैं। वन विभाग की टीम निगरानी के लिए लगाई गई है। 

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तीन तेंदुआ पकड़े जाने के बाद भी नहीं मिली राहत 
थाना निघासन क्षेत्र में इन दिनों तेंदुआ और बाघ की आमद से लोगों में भय का माहौल है। पिछले एक महीने में बाघ और तेंदुआ कई लोगों पर हमला कर चुका है। वन विभाग अब तक तीन तेंदुओं को पिंजड़ा लगाकर पकड़ चुका है, लेकिन इसके बाद भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। गन्ने की छिलाई का कार्य तेजी से चल रहा है। बाघ और तेंदुए की आमद से गन्ने की छिलाई का काम भी प्रभावित हो रहा है।

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