साइबर ठगों ने एसबीआई के पूर्व प्रबंधक से 40 लाख ठगे, Digital Arrest का जाल रचा

कानपुर। साइबर अपराधियों ने डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर एसबीआई के पूर्व मुख्य प्रबंधक इंद्रजीत राजपूत से 40.45 लाख रुपये ठग लिए। मामले में शनिवार को साइबर सेल ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इंद्रप्रस्थ अपार्टमेंट निवासी इंद्रजीत राजपूत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मुख्य प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त हैं। 19 दिसंबर की सुबह करीब 9 बजे उनकी पत्नी के मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉलर ने खुद को एसबीआई कस्टमर केयर प्रतिनिधि बताया और कहा कि उनके केनरा बैंक अकाउंट से जारी क्रेडिट कार्ड पर 21 सितंबर 2024 को 1,09,999 रुपये का फ्रॉड हुआ है।

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इस खबर से उनकी पत्नी घबरा गईं और खुद को निर्दोष बताते हुए फोन इंद्रजीत को दे दिया।

साइबर ठगों का प्लान

इंद्रजीत ने कॉलर को बताया कि वे एसबीआई के मुख्य प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त हैं। इसके बाद साइबर ठगों ने उन्हें डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 19 से 23 दिसंबर के बीच विभिन्न खातों में आरटीजीएस और नेफ्ट के जरिए 40.45 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए।

साइबर सेल इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। ठगों को पकड़ने और रकम रिकवर करने के प्रयास जारी हैं।

सावधानी की अपील

यह घटना लोगों के लिए एक चेतावनी है कि अनजान कॉल्स पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत रिपोर्ट करें।

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