Anupam Dubey News: उम्रकैद की सजा काट रहे अनुपम दुबे की बढ़ी मुश्किलें… घर व कॉलेज कुर्क करने की शुरू तैयारी

बसपा नेता अनुपम दुबे की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है।

इंस्पेक्टर हत्याकांड में आरोपी बसपा नेता अनुपम दुबे की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। उनका फर्रुखाबाद स्थित घर व कॉलेज कुर्क करने की तैयारी शुरू हो गई।

फर्रुखाबाद: इंस्पेक्टर रामनिवास हत्याकांड में आजीवन सजा काट रहे अनुपम दुबे की मुसीबतें बढ़तीं चली जा रही है। जहां उनके नजदीकी लोगों को पुलिस गिन गिन कर उठा रही है।  उनकी बची संपत्ति को भी कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बताते चलें कि थाना मोहम्मदाबाद के गांव सहसा पुर के निवासी महेश दुबे वरिष्ठ अधिवक्ताओं में जाने जाते थे।

महेश दुबे के पुत्र अनुपम दुबे छात्र जीवन में डीएन डिग्री कॉलेज में छात्र नेता का चुनाव लड़ रहे थे। जिस समय अनुपम दुबे ने अपराध की दुनिया में कदम रखा उस समय उनके पिता महेश दुबे का सभ्रांत लोगों में नाम था और अनुपम भी सादगी से शिक्षा अध्यन कर रहे थे। अनुपम दुबे ने खूंखार रवैया 1995 में अपने पिता की हत्या के बाद अपनाया।

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1995 में अनुपम दुबे अपनी जीप से पिता महेश दुबे को लेकर कानपुर जा रहे थे। पड़ोसी जिला कन्नौज के थाना गुरसहायगंज के समधन में उनकी जीप से एक बालिका चुटहिल हो गई। जिस पर गांव वालों ने महेश दुबे को रोकना चाहा। महेश दुबे ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर बचाव में फायर कर दिया।

नतीजतन भीड़ में उन्हें घेर लिया और पिता-पुत्र की जमकर पिटाई कर दी। महेश दुबे को तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष शिबू मियां ने अपने मकान में बंद कर लिया था। इसी दौरान वहां इंस्पेक्टर रामनिवास यादव पुलिस बल के साथ वहां पहुंच गए। इंस्पेक्टर रामनिवास यादव ने अनुपम दुबे  व उनके पिता को बाहर निकाल कर भीड़ से यह कह दिया कि यह फतेहगढ़ के महेश दुबे हैं। सांप को घायल करके छोड़ना अच्छी बात नहीं है।

इसी बात पर भीड़ दौड़ पड़ी और महेश दुबे की पीट-पीट कर हत्या कर दी। अनुपम दुबे को भी मरा छोड़ कर भीड़ चली गई। इसके बाद अनुपम दुबे ने अपने पिता का बदला लेने के लिए अपराध की दुनिया में कदम रखा और धीरे-धीरे उनके ऊपर 63 मुकदमें दर्ज हो गए। जिनमें 28 मुकदमे केवल हत्या के दर्ज है।

अनुपम दुबे को पहले मुकदमे में सजा हुई है। 62 मुकदमों की सुनवाई अभी न्यायालय में विचाराधीन है। थाना मोहम्मदाबाद के ग्राम सहसा पुर के मूल निवासी अनुपम दुबेफतेहगढ़ के कस रट्टा मोहल्ला में रहते थे। मोहम्मदाबाद क्षेत्र के गांव सहसा पुर में उनका भव्य मकान बना हुआ और इंटर कॉलेज भी चल रहा है।

अनुपम दुबे की फर्रुखाबाद और फतेहगढ़ में मौजूद अब तक 113 करोड़ की संपत्ति पुलिस कुर्क  हो चुकी है। जिसमें उनके भाई अमित दुबे, अनुराग दुबे और अनुपम दुबे की लग्जरी गाड़ियां शामिल है। अनुपम दुबे के पास गांव में बची संपत्ति को कर्क करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिसके तहत घर और कॉलेज की नाप कर कर आगे की कार्रवाई प्रस्तावित कर दी गई है।

इसके साथ-साथ ही अनुपम दुबे के करीबी रहे लोगों पर भी गाज गिरना शुरू हो गया है। पुलिस गिन गिन कर अनुपम के सहयोगियों को उठा चुकी है और आगे की भी कार्रवाई प्रस्तावित है। अनुपम के भाई अमित दुबे  मोहम्मदाबाद ब्लॉक से निर्वाचित ब्लॉक प्रमुख हैं। जो कि मौजूदा समय मे जेल में बंद हैं। उनके भाई अनुराग दुबे फरार चल रहे हैं। जिन पर पुलिस 50 हजार का इनाम घोषित कर चुकी ही।

Edited By: Parakh Khabar

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