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बलिया की तीन कन्याओं को टीएससीटी की ओर से मिला ‘शगुन’, चेहरे पर खिली मुस्कान
- विवाह के लिए दिया गया 55-55 हजार का चेक
प्रदेश के 257 सदस्यों को बेटियों की शादी पर मिली मदद
बलिया : शिक्षा अधिकारियों, शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों हितों के लिए समर्पित संस्था टीचर्स सेल्फ केयर टीम (टीएससीटी) ने कन्यादान योजना के माध्यम से सामाजिक सहयोग की एक और मिसाल पेश की है। संस्था से जुड़े जिले के तीन सदस्यों समेत प्रदेश की 257 सदस्यों की बेटियों की शादी के लिए 55-55 हजार रुपये के 'शगुन चेक' के रूप में 1.41 करोड़ की धनराशि दी गई।
जनपद बेरूआरबारी ब्लाक के निवासी और प्रयागराज में शिक्षक संस्था के सह संस्थापक/प्रांतीय कोषाध्यक्ष संजीव रजक ने कहा कि कन्यादान अन्य ही पुण्य का कार्य माना जाता है। जिनकी बेटी है वह और जिनकी नहीं है वह भी इस पुनीत कार्य को अपने जीवन में अवश्य ही करते हैं। ऐसे में संस्था ने यह सोचा कि क्यों न कुछ ऐसा किया जाये जिससे टीएससीटी के सदस्यों को इस नेक कार्य पुण्य घर बैठे मिल सके। इस योजना के पहले चरण में सदस्यों से प्रत्येक बेटी के लिए मात्र एक दान लिया गया।
सभी को स्वेच्छा 301-301 रुपये देने थे। प्रदेश के 51 हजार 427 सदस्यों ने कुल एक करोड़ 41 लाख 35 हजार रुपये का योगदान किया। इस धनराशि में से 55-55 हजार रुपये 257 कन्याओं में वितरित किये गए हैं। उन्होंने बताया कि जानकारी व तकनीकी दिक्कतों के कारण पहली बार शुरू इस योजना में कम सदस्य सहयोग कर पाये हैं, उम्मीद है कि यह संख्या बढ़ेगी। लक्ष्य है कि प्रत्येक कन्या की शादी पर पांच लाख की धनराशि दी जाए।
संस्था के जिला संयोजक सतीश सिंह ने बताया कि बेटियों विवाह के लिए जिले के करीब 1100 सदस्यों ने 301-301 रुपये का शगुन दिया था। चार कन्याओं का शगुन का चेक आया था। हालांकि एक कन्या का विवाह किन्हीं कारणों से स्थगित हो जाने के कारण चेक लौटा दिया गया।
मैं टीएससीटी से गठन के कुछ समय बाद से ही जुड़ी हूं। यह मंच दान का अवसर प्रदान करता है। साथ ही आवश्यकता पड़ने पर सहारा भी बताता है। बेटी के विवाह के शगुन के रूप में 55 हजार रूपये मिलने पर काफी खुशी हो रही है। प्रत्येक शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक, कर्मचारी आदि को टीएससीटी से जुड़ना चाहिए।
अंजना सिंह
कालिंदीपुरम (बहादुरपुर)
