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महाकुंभ का संदेश: एकता और समाज से नफरत का अंत, PM मोदी ‘मन की बात’

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में महाकुंभ को ‘‘एकता का महाकुंभ’’ करार दिया। उन्होंने आगामी महाकुंभ के अवसर पर लोगों से समाज में एकता स्थापित करने और नफरत व विभाजन को समाप्त करने का आह्वान किया।
मोदी ने कहा, ‘‘महाकुंभ न केवल अपनी विशालता के लिए विशेष है, बल्कि इसमें शामिल विविधता इसे और भी अद्वितीय बनाती है।’’ हर 12 साल में आयोजित होने वाला यह धार्मिक समागम विश्व भर से लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आगामी गणतंत्र दिवस भारत के संविधान के लागू होने की 75वीं वर्षगांठ का प्रतीक होगा। उन्होंने इसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय बताते हुए कहा, ‘‘हमारा संविधान समय की हर कसौटी पर खरा उतरा है और यह हमारे लिए मार्गदर्शक है।’’
मोदी ने अपने जीवन में संविधान की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए लोगों से इसके प्रावधानों और मूल्यों को समझने की अपील की। इसके लिए उन्होंने ‘कॉन्स्टीट्यूशन75डॉटकॉम’ नामक एक वेबसाइट की शुरुआत का भी जिक्र किया।
This month's #MannKiBaat covers a wide range of topics that will interest you. Do listen! https://t.co/NP97ZuvP5z
— Narendra Modi (@narendramodi) December 29, 2024
विपक्ष द्वारा संविधान को कमजोर करने के आरोपों पर, प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार के संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने के प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने संविधान की भावना को बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठाए हैं। साथ ही, उन्होंने कांग्रेस पर सत्ता में रहते हुए संविधान को नुकसान पहुंचाने के आरोप भी लगाए।