धनरूआ: युवक की गोली मारकर हत्या, आगजनी और लूटपाट से मचा हड़कंप

मसौढ़ी। धनरूआ थाना क्षेत्र के जियाउद्दीन चक गांव में शनिवार सुबह दो गुटों के बीच चली आ रही रंजिश ने खूनी रूप ले लिया। हथियारबंद बदमाशों ने 40 वर्षीय धर्मवीर पासवान को घेरकर गोलियों से छलनी कर दिया। बदमाशों ने धर्मवीर को तीन गोलियां मारीं। घायल धर्मवीर ने भागने की कोशिश की, लेकिन बदमाशों ने तब तक गोलियां चलाईं जब तक उसकी मौत सुनिश्चित नहीं हो गई।

मृतक पर पहले से थे गंभीर आरोप

धर्मवीर पासवान, स्थानीय निवासी स्वर्गीय महेंद्र पासवान का बेटा था। वह हत्या के एक मामले में दो महीने पहले ही जेल से जमानत पर छूटा था। पुलिस के अनुसार, इस हत्या के पीछे गांव में दो गुटों के बीच लंबे समय से चली आ रही रंजिश है।

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मौत के बाद भड़का आक्रोश

धर्मवीर की हत्या के बाद विरोधी गुट के लोग अनहोनी की आशंका से घर छोड़कर फरार हो गए। इसी दौरान धर्मवीर के गुट के लोगों ने आक्रोशित होकर उनके घरों में आगजनी और लूटपाट की। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर स्थिति को काबू में किया और फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया।

मृतक के भाई राजू पासवान के बयान पर गांव के चुन्नू यादव, राहुल यादव, राजकिशोर प्रसाद सहित सात लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने घटनास्थल से पांच खोखे बरामद किए हैं।

पुरानी रंजिश का नतीजा

मसौढ़ी एसडीपीओ कन्हैया सिंह के अनुसार, यह घटना दो साल पहले गांव के जन वितरण प्रणाली विक्रेता खुबल यादव की हत्या की रंजिश का नतीजा है। खुबल यादव की हत्या में धर्मवीर पासवान नामजद अभियुक्त था।

किशोर को बनाया बंधक

घटना के बाद धर्मवीर के गुट के लोगों ने विरोधी पक्ष के 12 वर्षीय किशोर प्रिंस कुमार को अगवा कर उसकी पिटाई की। पुलिस ने उसे मुक्त कराकर निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया।

घटना के बाद पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है। गांव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।

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