कांग्रेस का हमला : यूपी में दलित समाज सुरक्षित नहीं, अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा

कानपुर। कांग्रेस ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार पर दलित विरोधी रवैये का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में दलित समाज सुरक्षित नहीं है। कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन राजेंद्र पाल गौतम और सांसद तनुज पुनिया ने कहा कि भाजपा शासन में दलितों पर लगातार अत्याचार बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकारें खामोश हैं।

मंगलवार को दोनों नेता दिल्ली से रायबरेली रवाना होने से पहले कानपुर के जाजमऊ गंगापुल पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि प्रदेश में दलितों को टारगेट कर उत्पीड़न किया जा रहा है। रायबरेली में दलित की पीट-पीटकर हत्या और फतेहपुर में हरिओम वाल्मीकि की हत्या इस बात का प्रमाण है कि भाजपा सरकार में दलित समाज असुरक्षित है।

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उन्होंने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस तक पर हमले हो रहे हैं, जो भाजपा और आरएसएस के दलित विरोधी एजेंडे का परिणाम है। वहीं, सांसद तनुज पुनिया ने कहा कि भाजपा सरकार दलितों के अवसर छीन रही है, यहां तक कि वोटों की चोरी तक की जा रही है। इसका सबसे अधिक नुकसान दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग को हो रहा है।

पुनिया ने कहा कि देशभर में दलित समाज के खिलाफ नफरत की मुहिम भाजपा और आरएसएस चला रही हैं। दलितों की हत्या से लेकर फर्जी मुकदमे दर्ज करने तक की घटनाएं आम हो गई हैं। भाजपा के राज में दलित अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।

इस दौरान कानपुर महानगर कांग्रेस अध्यक्ष पवन गुप्ता के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने दोनों नेताओं का स्वागत किया। बाद में उन्होंने दिवंगत पूर्व अध्यक्ष महेश दीक्षित और प्रदेश महासचिव संजय दीक्षित के आवास पर शिष्टाचार भेंट की।

पवन गुप्ता ने कहा कि कानपुर में दलित बस्तियों की स्थिति बेहद खराब है — गंदा पानी, सीवर की बदबू, टूटी सड़कें और फैली बीमारियां उनकी बड़ी समस्या हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने दलित समाज का जीना दूभर कर दिया है।

इस मौके पर विवेक दीक्षित, इकबाल अहमद, राजेश गौतम, रितेश यादव, कैलाश पाल, विकास सोनकर, इस्लाम अंसारी, मानेश दीक्षित, आसिफ इकबाल, मुकेश वाल्मीकि, उमा शंकर तिवारी, रवि किशन भारती, और विवेक पाल सहित कई कांग्रेसजन मौजूद रहे।

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