फेस्टिव सीज़न में ग्राहकों की खुशी की ओर: अमेज़न इंडिया में महविश खान का करियर सफर

फेस्टिव सीज़न की शुरुआत के साथ ही अमेज़न इंडिया उन हज़ारों-लाखों एम्प्लॉयीज़, एसोसिएट्स और पार्टनर्स की मेहनत का जश्न मना रहा है, जिनकी वजह से करोड़ों कस्टमर्स और सेलर्स तक तेज़, भरोसेमंद और बेहतर सेवाएँ पहुँच पाती हैं। इन्हीं में से एक हैं महविश खान, जो अमेज़न इंडिया में मार्केटिंग एसोसिएट हैं। उनकी कहानी बताती है कि यहाँ के कल्चर में क्रिएटिविटी, ऑनरशिप और कस्टमर-फर्स्ट एप्रोच कितनी गहराई से जुड़ी है।

महविश इंदौर में पली-बढ़ीं और वहीं से इंग्लिश लिटरेचर में पोस्टग्रेजुएशन किया । कॉलेज के दिनों से ही उन्हें कविता लिखने और मंच पर पेश करने का शौक था। कई एंथोलॉजीस में भी उनकी रचनाएँ शामिल हैं। रिमोट समन्स और व्हाट्स योर स्टोरी? नाम से उनकी दो किताबें भी पब्लिश हो चुकी हैं। लिखने का यही शौक उनके करियर की बुनियाद बना। वे मानती हैं कि माता-पिता और बड़े भाई-बहनों से मिली हिम्मत और हौंसले ने उन्हें ऐसी राह चुनने की ताकत दी, जहाँ रचनात्मकता और पेशेवर विकास दोनों साथ-साथ चल सकें।

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महविश की कॉर्पोरेट यात्रा साल 2021 में ग्लोरोड बाय अमेज़न से शुरू हुई, जहाँ उन्होंने कॉपीराइटिंग और मार्केटिंग कॉन्टेंट का पदभार सँभाला। इसी रोल ने उन्हें अमेज़न के इनोवेशन और कोलैबरेशन वाले कल्चर से जोड़ा। इसके बाद वे अमेज़न की बाज़ार टीम में मार्केटिंग एसोसिएट बनीं, जहाँ उनका काम कॉन्टेंट से आगे बढ़कर सोशल मार्केटिंग और कैंपेन मैनेजमेंट तक पहुँचा। महविश कहती हैं, "अमेज़न का प्रयोग और विश्वास की संस्कृति मुझे सबसे ज्यादा पसंद है। क्रिएटिव बैकग्राउंड से टेक्निकल काम में आना कभी मुश्किल नहीं लगा, क्योंकि लीडर्स का मार्गदर्शन और टीम का सहयोग का भाव हमेशा ही मेरे साथ रहे।" वे आगे कहती हैं कि अमेज़न ने उन्हें न सिर्फ पेशेवर, बल्कि व्यक्तिगत विकास के भी मौके दिए, जैसे कि कर्मचारियों को समाज के प्रति योगदान करने में सक्षम बनाने वाले ट्रेनिंग प्रोग्राम्स, ग्लोबल मंथ ऑफ वॉलंटियरिंग (जीएमवी) जैसी पहलें और बड़े ब्रांड कैम्पेन्स पर काम करने का रोमांच। प्रत्येक अनुभव उनके बदलते सफर में एक महत्वपूर्ण पड़ाव रहा।

अमेज़न ग्रेट इंडियन फेस्टिवल, जो देश का सबसे बड़ा फेस्टिव शॉपिंग इवेंट माना जाता है, अब उनके काम का अहम् हिस्सा है। महविश कहती हैं, "मेरे लिए ग्रेट इंडियन फेस्टिवल सिर्फ शॉपिंग इवेंट नहीं, बल्कि एक कार्निवल है, जहाँ अमेज़न की टीमें मिलकर इनोवेशन, किफायती विकल्प और आसान सुविधाएँ देती हैं, ताकि हर ग्राहक को सर्वश्रेष्ठ मूल्य मिले। अमेज़न बाज़ार अल्ट्रा-वैल्यू डील्स लाकर हर भारतीय घर को फेस्टिव शॉपिंग से जोड़ता है।" वे और उनकी टीम हर डील और कैंपेन के पीछे पूरी प्लानिंग करते हैं, ताकि ग्राहक को सबसे फायदेमंद डील्स आसानी से मिल सके। महविश के लिए, यह अमेज़न के पहले दिन के उत्साह को दर्शाता है, जो प्रत्येक प्रोजेक्ट को जिज्ञासा, ऑनरशिप और ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ देने की चाह के साथ काम करती हैं।

महविश बताती हैं कि अमेज़न ग्रेट इंडियन फेस्टिवल का माहौल काफी फुर्तीला, मिल-जुलकर काम करने वाला और ऊर्जा से भरपूर होता है। काम की रफ्तार के बीच भी उनकी टीम मिलकर छोटी-छोटी उपलब्धियों का जश्न मनाती है, जैसे कि एक-दूसरे का उत्साहवर्धन करना, साथ में भोजन करना या हल्के-फुल्के खेल करना। वे कहती हैं, "अमेज़न बाज़ार में भावना बहुत ही सरल है: जब हम साथ मेहनत करते हैं, तो साथ जश्न भी मनाते हैं।"

23 सितंबर से चल रहे ग्रेट इंडियन फेस्टिवल 2025 (प्राइम मेंबर्स को 24 घंटे पहले एक्सेस) के दौरान महविश बाज़ार के किफायती और ग्राहक को बेहतर अनुभव देने के मिशन में योगदान देने के लिए उत्साहित हैं। 

काम के अलावा, महविश अपनी रचनात्मक रूचियों को भी आगे बढ़ा रही हैं। वे अपनी तीसरी किताब पर काम कर रही हैं, जो मानव मस्तिष्क और सोच पर केंद्रित है, साथ ही कला, शिल्प, व्यंजन पकाकर और हल्के-फुल्के शो देखकर आराम भी करती हैं। अपने सफर के बारे में वे कहती हैं, "अमेज़न में संतुलन ने मुझे अपनी क्षमताओं को निखारने, ताकतों को पहचानने और कमजोरियों पर काम करने का मौका दिया है, जिससे मेरा पेशेवर और व्यक्तिगत विकास दोनों हो रहा है।"

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