Kanpur News: 6 माह पहले बनी सड़क तीन माह में हुई जर्जर, गड्ढे व बजरी से लोग परेशान

कानपुर। शहर में सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। महज तीन महीने में ही नई बनी सड़कें गड्ढों, बजरी और जलभराव से भर जाती हैं। नगर निगम हॉट मिक्स प्लांट तकनीक से सड़क बनाने का दावा करता है, लेकिन पहली बारिश तक सड़कों की हालत बिगड़ जाती है और लाखों रुपये पानी में बह जाते हैं। नतीजा, रोजाना हजारों लोगों को खराब सड़कों से गुजरने की मजबूरी झेलनी पड़ रही है, जबकि नगर निगम और लोक निर्माण विभाग मरम्मत को लेकर उदासीन हैं।

खाडेपुर मार्ग की हालत दयनीय

क्षेत्र के लोगों की परेशानी दूर करने के लिए छह माह पहले खाडेपुर मार्ग का निर्माण कराया गया था, लेकिन महज तीन महीने बाद ही यह सड़क फिर से गड्ढों और गिट्टी से भर गई। इस मार्ग से गुजरना लोगों के लिए फिर से मुश्किल हो गया है।

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भक्तों और आम यात्रियों को मुश्किल

योगेंद्र विहार स्थित बाबा मनकामेश्वर मंदिर में रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन उन्हें खाडेपुर मार्ग की उबड़-खाबड़ सड़क से गुजरना पड़ रहा है। खराब सड़क के कारण बाइक, स्कूटी और ई-रिक्शा चालक कई बार हादसे का शिकार होते-होते बचते हैं, कुछ मामलों में लोग चोटिल भी हो जाते हैं।

जरौली मार्ग भी बदहाल

जरौली पानी की टंकी के पास सड़क पर सैकड़ों गड्ढे बन गए हैं, जहां गिट्टी साफ नजर आती है। यह स्थिति न केवल दोपहिया चालकों के लिए, बल्कि पैदल यात्रियों और साइकिल सवारों के लिए भी खतरनाक है। पास में निजी अस्पताल होने के कारण मरीजों और तीमारदारों को भी अस्पताल पहुंचने में भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

जरीब चौकी सड़क पर भी लापरवाही

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल जरीब चौकी सड़क की मरम्मत या सुधार का कोई काम नहीं हो रहा है। गड्ढों और बजरी के कारण बाइक सवार गिरकर घायल हो रहे हैं, लेकिन विभाग पैचवर्क तक कराने में रुचि नहीं दिखा रहा है।

लोगों की नाराजगी

आदित्य सिंह: “खाडेपुर की सड़क छह माह पहले बनी थी, लेकिन तीन माह से गहरे गड्ढे हो गए हैं। जिम्मेदार मरम्मत नहीं करा रहे।”

संगीत सोनकर: “गड्ढों और जलभराव से पैदल निकलना मुश्किल है। नालियों की सफाई न होने से सड़क जल्दी खराब हो जाती है।”

श्याम बाबू तिवारी: “बड़े गड्ढों से वाहन चालक परेशान हैं। ई-रिक्शा कई बार पलटने से बचते हैं। मरम्मत जल्द कराई जाए।”

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