मंत्री परिषद की बैठक में विजन 2047 विकसित भारत पर हुआ मंथन

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में रविवार को मंत्रिपरिषद की इस कार्यकाल की अंतिम बैठक में 2047 तक विकसित भारत के विजन पर चर्चा की गई। इसमें अगले पांच सालों का एजेंडा और सत्ता वापसी पर 100 दोनों की कार्य योजना पर भी चर्चा की गई।

सूत्रों के अनुसार विकसित भारत की संकल्पना में स्पष्ट तौर पर विजन, आकांक्षा, लक्ष्य और कार्यों का एक राष्ट्रीय स्तर का रोडमैप शामिल है। इसके लक्ष्य में सतत विकास, आर्थिक विकास और सामाजिक विकास के साथ बिजनेस करना आसान बनाना तथा जीवन यापन को सुगम बनाना है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्री परिषद की बैठक में सभी केंद्रीय मंत्रियों और विभागों के सचिवों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने करीब एक घंटा अपना वक्तव्य रखा। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विषयों जैसे जनसंख्या में उम्र संबंधी बदलाव और भविष्य की तकनीक में भारत को आगे रखने जैसे विशेष शामिल रहे।

विजन 2047 तैयार करते समय विभिन्न स्तरों पर लगभग 2700 बैठकें, सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित की गई है। इसमें करीब 2 लाख युवाओं के सुझाव लिए गए हैं।

विकसित भारत का रोडमैप दो साल से अधिक समय की गहन तैयारी का परिणाम है। इसमें सभी मंत्रालयों को शामिल करते हुए संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग निकायों, नागरिक समाज, वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक परामर्श और युवाओं को उनके विचार, सुझाव और इनपुट प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना शामिल था।

यह भी पढ़े - दिल्ली ब्लास्ट में अब तक 8 की मौत, 24 घायल, गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे एलएनजेपी अस्पताल, कहा- हर एंगल से होगी जांच

खबरें और भी हैं

Latest News

वाराणसी: नाली के किनारे दो भ्रूण मिलने से हड़कंप, पुलिस जांच में जुटी वाराणसी: नाली के किनारे दो भ्रूण मिलने से हड़कंप, पुलिस जांच में जुटी
वाराणसी। आदमपुर थाना क्षेत्र के मुकीमगंज इलाके में गुरुवार को नाली के किनारे दो मानव भ्रूण मिलने से सनसनी फैल...
हाइवे पर भीषण हादसा: कई वाहन भिड़े, आग लगने से सात लोगों की मौत
शादी के लिए परिवार नहीं थे तैयार, प्रेमी युगल ने खाया जहर; युवती की मौत, युवक गंभीर
रामपुर में दर्दनाक हादसा: बस की चपेट में आने से फल विक्रेता की मौत, ड्राइवर गिरफ्तार
युवा ‘मिसाइल मैन’ प्रखर विश्वकर्मा को भोपाल में दिया गया राज्य गौरव सम्मान, 30 से अधिक देशों के लोगों को अंतरिक्ष क्षेत्र में दे रहे शिक्षा।
Copyright (c) Parakh Khabar All Rights Reserved.